दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की ईवीएम की जगह बैलेट पेपर पर एमसीडी के चुनाव कराने की मांग को दिल्ली के चीफ इलेक्शन कमिश्नर ने खारिज कर दिया है। चीफ इलेक्शन कमिश्नर ने कहा कि चुनाव को ईवीएम पर कराने के सारे इंतजाम हो गए हैं। दिल्ली में 22 अप्रैल को एमसीडी के चुनाव होंगे और 25 अप्रैल को मतगणना होगी। एमसीडी चुनाव में तय सीमा के तहत उम्मीदवार 5 लाख 75 हजार रुपए से ज्यादा खर्च नहीं कर सकते हैं। एमसीडी चुनाव के लिए 27 मार्च को नोटिफीकेशन जारी होगा और 3 अप्रैल तक नॉमिनेशन वापस लिया जा सकता है।
विधानसभा चुनाव 2017 के चुनाव बुरी तरह से हारने के बाद बीसपी सुप्रीमो मायावती ने EVM मशीन को लेकर सवाल उठाए थे। मायावती का कहना था कि बीजेपी ने वोटिंग मशीन के साथ छेड़छाड़ की है और साथ ही उन्होंने दुबारा बैलेट पेपर में चुनाव करवाने की मांग की थी जिसे चुनाव आयोग ने खारीज कर दिया था।
मायावती के बाद करीबन आधा दर्जन पार्टियां वोटिंग मशीन पर सवाल उठा रही है। आरजेडी नेता लालू प्रसाद यादव ने मायावती का समर्थन करते हुए कहा कि ईवीएम मशीनों की जांच होनी चाहिए क्योंकि मशीनें गुजरात से आती हैं और ऐसे में शक करना गलत नहीं होगा। आम आदमी पार्टी भी वोटिंग मशीन पर सदेंह करने में पीछे नहीं थी। आप के वरिष्ट नेता संजय सिंह ने भी आगामी दिल्ली नगर निगम चुनाव को बैलेट पेपर में करने की मांग की थी। संजय सिंह के कहा था कि उत्तर प्रदेश में भी नगर पालिका और नगर पंचायत के चुनाव बैलेट पेपर से होते हैं तो ऐसे में दिल्ली के एमसीडी के चुनाव भी बैलेट पेपर पर कराये जा सकते हैं। संजय सिंह का कहना था कि पंजाब में चुनाव जीतने वाली कांग्रेस को भी वोटिंग मशीन में सदेंह है।
UP में भी नगर पालिका और नगर पंचायत के चुनाव बैलट पेपर से होते हैं,दिल्ली MCD के चुनाव भी बैलेट पेपर से कराये जा सकते हैं। https://t.co/njNof3KJ6F
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) March 14, 2017
सपा, बसपा और अन्य कई पार्टियों के सवाल उठाने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चुनाव आयोग को एमसीडी के मतदान बैलेट पेपर में कराने को लेकर पत्र लिखा था।