आखिरकार समाजवादी सरकार के पूर्व आरोपी मंत्री गायत्री प्रजापति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गायत्री प्रसाद प्रजापति 28 फरवरी से फरार थे। आज सुबह उन्हें लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया गया. फिलहाल उन्हें आलमबाग थाने में रखा गया है. गायत्री के गायब होने के बाद पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। कई जगह छापेमारी कर उनके साथी आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। लेकिन आज सवेरे गायत्री को गिरफ्तार कर पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है।

गायत्री की गिरफ्तारी ना होने की वजह से यूपी पुलिस समेत अखिलेश सरकार के ऊपर भी सवाल उठने लगे थे। शायद, सपा की यूपी चुनाव में बुरी हार की वजह उनके मंत्री के इस कांड को भी कहना गलता नहीं होगा। पिछली सरकार के मंत्री रहे गायत्री इस बार अमेठी से विधानसभा चुनाव भी हार गए हैं। वह पिछली बार इसी सीट से पहली बार चुनाव जीते थे।

दरअसल, गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाने वाली महिला का आरोप है कि मंत्री ने उसे पार्टी में ऊंचा पद दिलाने के नाम पर पिछले दो साल में कई बार रेप किया, और उसकी नाबालिग बेटी के साथ छेड़छाड़ भी की। महिला का यह भी आरोप है कि इस मामले में पुलिस ने उसकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। हाल में इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए। आपको बता दें कि गायत्री प्रजापति सुप्रीमकोर्ट के आदेश के तीन दिन पहले तक मीडिया के सामने थे, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर मामला दर्ज होने और गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद से प्रजापति फरार हो गये।

उत्तर प्रदेश पुलिस ने उनके खिलाफ लुक-आउट नोटिस जारी कर उनका पार्सपोर्ट भी जब्त कर लिया था। पुलिस महानिदेशक के अनुसार प्रजापति और 6 अन्य आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया था। सभी आपोपियों की तलाश में लखनऊ, कानपुर एवं अमेठी में छापेमारी की गई थी। अखिलेश सरकार में बलात्कार के आरोपी मंत्री गायत्री प्रजापति को पहले सरकार का भी साथ मिल रहा था लेकिन चुनावी माहौल में विपक्ष ने इस मुद्दे को अपना हथियार बना लिया और समाजवादी सरकार को घेरना शुरू कर दिया था। जिसके बाद अखिलेश सरकार और पुलिस दोनों हरकत में आई और गायत्री प्रजापति के खिलाफ कड़ी कार्यवाई शुरू की गई।

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