Delhi Electricity Shortage: बिजली संकट का असर देश की राजधानी दिल्ली में भी देखने को मिल रहा है। समाचार एजेंसी PTI के मुताबिक कोयले की किल्लत के चलते दिल्ली सरकार ने मेट्रो, अस्पतालों और अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों में बिजली आपूर्ति मुहैया कराने में असमर्थता जताई है। बता दें कि कोयले की कमी के चलते उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश, इन 12 राज्यों में लोगों को बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है।

Delhi Electricity Shortage: ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा- मैं केंद्र सरकार से अनुरोध करता हूं कि वो हम तक कोयले पहुंचा दें
दिल्ली के ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन ने बीते दिन 28 अप्रैल को दिल्ली में एक आपातकालीन बैठक की। साथ ही केंद्र सरकार को पत्र लिखकर दिल्ली को बिजली की आपूर्ति करने वाले संयंत्रों के लिए पर्याप्त कोयला देने का अनुरोध किया है। पत्र में जैन ने लिखा कि दिल्ली में बिजली आपूर्ति करने वाले विभिन्न थर्मल स्टेशनों में इस समय कोयले की बहुत ज्यादा कमी है।
बता दें कि नैशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (NTPC) के दादरी-2 और झज्जर (अरावली), दोनों पावर प्लांट्स मुख्य रूप से दिल्ली में बिजली की जरूरत को पूरा करते हैं, लेकिन कहा जा रहा है कि दोनों प्लांट्स में कोयले का बेहद कम स्टॉक बचा है। इसलिए बिजली सप्लाई बाधित होने से दिल्ली मेट्रो और अस्पताल समेत कई आवश्यक संस्थानों को 24 घंटे बिजली देने में दिक्कत आ सकती है।

एक तरफ जहां देशभर में कोयले का संकट गंभीर रूप ले चुका है। दिन-रात कभी भी बिजली काटी जा रही है। वहीं दूसरी तरफ नरेंद्र मोदी सरकार में कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी का कहना है कि देश में पर्याप्त कोयला मौजूद है। कोयले के लिए किसी को घबराने की जरूरत नहीं है।फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और हम देश को आवश्यक कोयले की आपूर्ति करेंगे।
संबंधित खबरें:
Noida News: बिजली चोरों पर शिकंजा, 115 लोगों पर लगा करोड़ों…