आज का दिन भारत करगिल विजय दिवस के रूप में मनाता है। यह दिन सिर्फ जवानों के शहादत के लिए ही नहीं याद किया जाता बल्कि यह दिन देश के शौर्य, अभिमान, विश्वास और एकता का प्रतीक है। आज करगिल दिवस के दिन देश भर में जगह-जगह लोग शहीदों को याद कर रहे हैं, भारत के इस दिन को लोग अलग-अलग तरह से मना रहे हैं। इस दौरान पीएम मोदी, राहुल गांधी समेत कई दिग्गज नेताओं ने ट्वीट कर कारगिल में शहीद हुए जवानों को याद किया। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि कारगिल युद्ध में शहीद हुए हमारे जवानों को याद कीजिए, जिन्होंने देश के सम्मान और देशवासियों की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।
Remembering our brave soldiers who fought gallantly for the pride of our nation & the security of our citizens during the Kargil War.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 26, 2017
Kargil Vijay Diwas reminds us of India’s military prowess & the great sacrifices our armed forces make while steadfastly keeping India safe.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 26, 2017
They laid down their lives, so we may live with our heads held high. On #KargilVijayDiwas we salute the courage&sacrifice of our bravehearts
— Office of RG (@OfficeOfRG) July 26, 2017
इस देश में सैकड़ो विविधता होने के बावजूद इसके एकता का सबसे मजबूत धागा यही जवान ही हैं जो अलग-अलग संस्कृति, भाषा, परंपरा से आते हैं और एकसाथ मिलकर देश के लिए लड़ते हैं। आज के दिन पूरे देश भर में भारत माता की जय के नारे लगाए गए और पूरा भारत राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत गाकर देशभक्ति से आनंदमय हो गया।
उत्तराखंड में देहरादून स्थित गांधी पार्क में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कारगिल युद्ध में शहीदों को नमन करते हुए वीर नारियों को सम्मानित किया। गुरुदासपुर में शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद की ओर से वीर चक्र विजेता सूबेदार निर्मल, शहीद सिपाही सतवंत, शहीद लांसनायक रणबीर की प्रतिमाओं को परिषद के सदस्यों द्वारा दूध का स्नान करवा कर वहां दीपमाला की गई। इसी तरह दिल्ली में लोगों ने इंडिया गेट जाकर तो कहीं विश्वविद्यालयों के प्रागढ़ में अपने-अपने तरीके से शहीदों को श्रद्धांजली दी।
बता दें कि करगिल में 527 जवान शहीद हुए थे। जम्मू-कश्मीर में स्थित करगिल क्षेत्र में भारतीय सैन्य चौकियों पर पाकिस्तानियों ने कब्जा कर लिया था। इसके बाद भारतीय जवानों ने मई 1999 में करगिल में पाकिस्तानी कब्जे वाली चौकियों को आजाद कराना शुरू किया। करगिल युद्ध जुलाई तक जारी रहा और 26 जुलाई 1999 को भारत ने पूरी तरह इलाके को आजाद करा लिया। माना जाता है कि करगिल पर कब्जे की साजिश तत्कालीन पाकिस्तानी सेना प्रमुख परवेज मुशर्रफ ने रची थी।