यूपी में संगम नगरी इलाहाबाद का अपना ही एक रुतबा है। यह नगरी सिर्फ विश्व के सबसे बड़े मेले महाकुंभ के वजह से ही नहीं जाना जाता बल्कि यहां सबसे बड़ी कोर्ट इलाहाबाद हाईकोर्ट भी स्थापित है। इसके साथ ही देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस से भी इसका खास नाता है। इसके अलावा यह शहर चंद्रशेखर आजाद की भी याद दिलाता है क्योंकि यहां के एल्फ्रेड पार्क में ही महान स्वतंत्रता सैनानी आजाद ने खुद को गोली मार ली थी। अभी गिनाने बैठें तो प्रयाग की नगरी के बारे में बहुत कुछ है कहने को लेकिन अभी इस नगरी में सीएम योगी पधारे हैं। जी हां, इलाहाबाद में पधारे सीएम योगी ने 2019 में लगने वाले कुंभ मेले के लिए 684 करोड़ रुपये की 151 परियोजनाओं का शिलान्यास किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को इलाहाबाद से गंगा हरीतिमा अभियान का शुभारंभ किया। इस अभियान के तहत बिजनौर से लेकर बलिया तक वनक्षेत्र तैयार किया जाएगा। गंगा के दोनों तटों पर एक किलोमीटर की चौड़ाई में पौधे लगाए जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ परेड मैदान में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे और दीप प्रज्ज्वलित कर गंगा हरीतिमा अभियान की शुरुआत की। मुख्यमंत्री ने कुम्भ के सात अरब के कार्यों का शिलान्यास भी किया।  इस अवसर पर नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना, उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, वन एवं उद्यान मंत्री दारा सिंह चौहान,  पर्यावरण राज्यमंत्री उपेन्द्र तिवारी, सांसद श्यामा चरण गुप्त, विनोद सोनकर, विधायक हर्षवर्धन बाजपेई, मेयर अभिलाषा गुप्ता आदि मौजूद रहे।

इस अवसर पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि  हरीतिमा अभियान से गंगा और यमुना सदानीरा होगी। उन्होंने इस महा अभियान का औपचारिक शुभारंभ करते हुए सभी से जुड़ने का आह्वान किया। बोले गंगा जीवन दायिनी है पतितपावनी है। इनके संरक्षण के केंद्र और प्रदेश सरकार ने अहम कदम उठाए है।पहली बार प्राधनमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंगा के लिए अलग से मंत्रालय बनाया। प्रधानमंत्री की राह पर चलते हुए प्रदेश में वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने बिजनौर से लेकर बलिया तक हरीतिमा अभियान शुरू किया है। इसके तहत गंगा के दोनों किनारों पर एक किमी तक पौधरोपण किया जाएगा।