यमन में कुख्यात अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन आईएस द्वारा बंधक बनाए गए केरल के ईसाई धर्मगुरु फादर टॉम उजहन्नलिल भारत वापस आ गए हैं। दिल्ली हवाई अड्डे पर केंद्रीय मंत्री केजे अल्फोंस ने उनका स्वागत किया। फादर टॉम यहां पीएम मोदी और सुषमा स्वराज से मुलाकात करेंगे।
फादर टॉम का यमन में अप्रैल 2016 में आईएसआईएस के आतंकियों ने अपहरण कर लिया था। फादर टॉम अदन में रह रहे थे, जहां से आईएस ने उन्हें 18 महीने पहले बंधक बना लिया था। केजे अल्फोंस ने उनका स्वागत किया। उन्होंने कहा, ‘भारत में आपका स्वागत है फादर। हम बहुत खुश हैं कि आप वापस आ गए हैं। पूरा देश बहुत उत्साहित है कि आप वापस आ गए हैं।’ साथ ही उन्होंने कहा, ‘हम प्रधानमंत्री मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का इस महान प्रयास के लिए उनका धन्यवाद करते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हम सूडान और ओमान के शासकों और वेटिकन का उनके महान प्रयासों के लिए धन्यवाद करते हैं। इन सभी महान प्रयासों से ही फादर टॉम वापस आए हैं।’
बता दें कि 12 सितंबर को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अपने ट्विटर हैंडल पर फादर टॉम की एक फोटो पोस्ट कर फादर के आईएस के चंगुल से रिहा होने की सूचना दी थी। वहीं ओमान ने मंगलवार को अपने एक स्टेटमेंट में कहा था कि फादर टॉम एक वेटिकन कर्मचारी हैं और वेटिकन की विन्नती पर उन्हें रिहा करवाया गया है। ओमान के अनुसार यमन प्रशासन के साथ कोर्डिनेट कर फादर को ढूंढा गया था
स्वदेश वापसी के बाद फादर टॉम प्रधान मंत्री मोदी और सुषमा स्वराज से सुबह 11.30 बजे मुलाकात करेंगे। इसके बाद फादर वेटिकन दूतावास का दौरा करेंगे। साथ ही 4.30 बजे सीबीसीआई सेंटर में मीडिया को संबोधित करेंगे।
गौरतलब है कि दिल्ली आने के बाद फादर टॉम ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मैं उन सभी सर्वशक्तिमान लोगों का धन्यवाद करता हूं जिन्होंने इस दिन को संभव बनाया। मैं सभी लोगों का आभारी हूं जिन्होंने अपने तरीके से मुझे रिहा करवाने में अपना योगदान दिया।