देशभर में एक के एक बाद बच्चियों के साथ हो रहें दुष्कर्मों से जहां एक ओर जनता में भारी आक्रोश व्याप्त हैं तो वहीं दूसरी ओर इसका असर लंदन में भी देखने को मिला। जहां पीएम मोदी को भारी आक्रोश का सामना करना पड़ा। साथ ही मोदी गो बैक और तुम्हारें हाथ खून से रंगे हैं जैसे तानों को भी झेलना पड़ा। नाबालिगों के साथ दुष्कर्म मामले में कोई पुख्ता कानून न होने की वजह से किए जा रहे इस विरोध प्रदर्शन के बीच केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को एक रिपोर्ट सौंपी हैं, जिसमें कहा गया है कि 12 साल की उम्र के बच्चों से दुष्कर्म के मामलों में सरकार मौत की सजा का प्रावधान करने जा रही है।

शुक्रवार को केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को बताया, कि 12 साल तक के बच्चों से दुष्कर्म के मामले में POCSO (पाक्सो) ऐक्ट में संशोधन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जिससे दोषियों को अधिकतम दंड के तौर पर मौत की सजा दी जा सके। बता दे, इस मामले की अगली सुनवाई 27 अप्रैल को होगी।

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वहीं इससे पहले पीएम मोदी ने बलात्कार के मुद्दे पर बोलते हुए बुधवार को कहा था, कि ‘बलात्कारतो बलात्कार होता है’ इसलिए उसका राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। पीएम मोदी ने ये बयान लंदन के सेंट्रल हॉल वेस्टमिंस्टर में आयोजित ‘भारत की बातसबके साथकार्यक्रम में दिया था।

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इस दौरान उन्होंने कहा था, ‘हम हमेशा अपनी बेटियों से पूछते हैं कि वो क्या कर रही हैं, कहां जा रही हैं। लेकिन हमें अपने बेटों से भी पूछना चाहिए क्योंकि जो व्यक्ति ये अपराध कर रहा है, वह भी किसी का बेटा है।

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