भारत ने बुधवार को स्वदेशी इंटरसेप्टर मिसाइल का सफल परीक्षण किया। इस परीक्षण को सफल बनाने यह काम रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) को दिया गया है। इस मिसाइल से कम ऊंचाई पर आ रही किसी भी बैलिस्टिक मिसाइल को नष्ट किया जा सकता है। इसे एडवांस्ड एयर डिफेंस (एएडी) इंटरसेप्टर को अश्विन नाम दिया गया है, जो भारत के बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस (BMD) कार्यक्रम का हिस्सा है।

missile test successulबीएमडी कार्यक्रम 90 के दशक में शुरू किया गया था। इसमें मिसाइलों से दो स्तरों पर रक्षा की जाती है, एंडो (वायुमंडल के अंदर) और एक्सो (वायुमंडल के बाहर)। एक्सो से 50 से 150 किमी तक, जबकि एंडो से 20 से 40 किमी की ऊंचाई पर मिसाइल को ध्वस्त किया जा सकता है।

रक्षा अधिकारियों ने बताया कि ”महीने भर में यह मिसाइल का दूसरा टेस्ट है। इसमें लो एल्टिट्यूड पर मिसाइल की इंटरसेप्टर कैपिसिटी देखी गई। इसके लिए चांदीपुर टेस्ट फायरिंग रेंज से 10.10 बजे पृथ्वी मिसाइल से टारगेट छोड़ा गया।” उन्होने यह भी बताया कि ”इसके 4 मिनट के अंदर ही अब्दुल कलाम आइलैंड पर तैनात एडवांस एयर डिफेंस (AAD) की इंटरसेप्टर मिसाइल ने रडार से टारगेट को डिटेक्ट कर लिया। इसे बंगाल की खाड़ी के ऊपर आसमान में हिट कर दिया।”

डीआरडीओ के एक वैज्ञानिक ने बताया कि ‘यह मिशन सर्वोत्तम था और सटीकता से लक्ष्य को भेदा गया।’ अधिकारी ने कहा कि यह इंटरसेप्टर 7.5 मीटर लंबी एक चरणीय ठोस रॉकेट प्रणोदक निर्देशित मिसाइल है जिसमें एक नौवहन प्रणाली, एक अत्याधुनिक कंप्यूटर और एक इलेक्ट्रो मेकैनिकल एक्टीवेटर लगा है। उन्होंने बताया कि इंटरसेप्टर मिसाल का अपना एक सचल प्रक्षेपक, हवा में निशाने को भेदने के लिए एक सुरक्षित डाटा लिंक, स्वतंत्र ट्रैकिंग क्षमता और आधुनिक रडार हैं। इंटरसेप्टर मिसाइल ने 11 फरवरी को पृथ्वी के वायुमंडल से 50 किलोमीटर ऊपर, अधिक ऊंचाई पर एक प्रतिद्वन्द्वी बैलिस्टिक मिसाइल को सफलतापूर्ण भेदा था। इससे पहले कम ऊंचाई पर 15 मई 2016 को एएडी मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया था।

भारत-इजराइल मिलकर मध्यम रेंज की सतह से हवा में मार करने वाली (एमआर-एसएएम) मिसाइल बनाएगा। 17,000 करोड़ के इस सौदे को भारत सरकार की ओर से मंजूरी मिल गई है। इन मिसाइलों का इस्तेमाल आर्मी करेगी। डीआरडीओ और इजराइली एयरक्राफ्ट इंडस्ट्री (आईएआई) मिलकर इस परियोजना पर काम करेंगे। शुक्रवार को रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने जानकारी दी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा संबंधी कैबिनेट कमेटी की एक बैठक में इस मिसाइल सौदे को मंजूरी दी गई है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here