Bihar के मधुबनी जिले के झंझारपुर कोर्ट में हुई जज के साथ मारपीट का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। इस घटना से नाराज मधुबनी के जिला पुलिस एसोसिएशन और बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन ने अब आंदोलन की चेतावनी दे दी है।
जानकारी के मुताबिक दोनों एसोसिएशनों की हुई संयुक्त बैठक में सोमवार को कुल 7 मांगें तय की गईं। इस बैठक में सदस्यों ने कोर्ट में थानाध्यक्ष गोपाल कृष्ण और दारोगा अभिमन्यु कुमार शर्मा पर हुए हमले को सीधे तौर पर मॉब लिंचिंग कहा और घटना के संदर्भ में बिहार सरकार से 7 सूत्रीय मांगों पर तेजी से विचार करने को कहा गया है।
पुलिस एसोसिएशन- सरकार जल्द फैसला ले नहीं तो हड़ताल पर जाएंगे
घटना पर गुस्सा जाहिर कते हुए दोनों एसोसिएशन का कहना है कि सरकार इस मामले में जल्द फैसला ले और अगर उनकी मांग को नहीं माना जाएगा तो वे लोग 25 नवंबर से सामूहिक अवकाश पर चले जायेंगे।
इस बैठक के बाद एसोसिएशन एक मांग पत्र जिला पुलिस अधीक्षक डॉक्टर सत्य प्रकाश को सौंपा। दोनों एसोसिएशनों के सदस्यों ने थानाध्यक्ष की शिकायत पर मामला दर्ज करने और घटना की जांच त्रिस्तरीय वरीय पदाधिकारी से कराने औऱ साथ ही गोपाल कृष्ण और अभिमन्यु शर्मा को तत्काल दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 41 के तहत लाभ देने की मांग रखी गई है।
एसोसिएशन ने दी धमकी, अगर बात नहीं मानी तो सामूहिक अवकाश पर जाएंगे
पत्र में दोनों पुलिसकर्मियों को पुलिस स्टडी से तत्काल छोडने और उनके बेहतर इलाज के लिए व्यवस्था करने की भी मांग की गई है। इसके अलावा एसोसिएशन चाहता है कि कोर्ट में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच करने की भी मांग की गई है। बैछक के बाद एसोसिएशन के सदस्यों दो टूक शब्दों में कहा कि उनकी मांगों पर विचार नही किया गया तो जिले के सभी पुलिस पदाधिकारी और कर्मी 25 नवंबर से सामूहिक अवकाश पर चले जाएंगे।
इस मामले में बिहार के पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था विनय कुमार का कहना है कि इस मामले की जांच संबंधित कमिश्नर औऱ रेंज आइजी कर रहे हैं। फिलहाल पूरे मामले की उच्च मॉनिटरिंग की जा रही है औऱ आला अधिकारी पूरी घटना पर नजर बनाए हुए हैं।
इसे भी पढ़ें: ड्रोन के जरिए बिहार पुलिस शराब माफियाओं पर रखेगी नजर, एक ड्रोन की कीमत पांच लाख