फिलीपींस की राजधानी मनीला में 31वें आसियान शिखर सम्मेलन की शुरुआत हो चुकी है। तीन दिनों के इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समेत दुनियाभर के कई नेता पहुंच चुके हैं। माना जा रहा है कि इस सम्मेलन में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।

बता दें कि मनीला में 31वें आसियान शिखर सम्मेलन का रंगारंग कार्यक्रम के साथ आगाज हुआ है। पहले आसियान गान के साथ इस सम्मेलन की औपचारिक हुई। यहां सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओपनिंग सेरेमनी में पहुंचे, फिलीपींस के राष्ट्रपति रॉबर्ट दुतेर्ते ने स्वागत किया। पीएम मोदी के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी समारोह में पहुंचे और उनके आने के कुछ देर बाद मंच पर सभी नेताओं का एक ग्रुप फोटो सेशन भी हुआ।

Narendra Modiमाना जा रहा है कि अपनी इस यात्रा के दौरान मोदी आतंकवाद और उग्रवाद की बढ़ती चुनौतियों से निपटने के लिए एक वैश्विक दृष्टिकोण तय किए जाने की भारत की मांग दोहराने के साथ क्षेत्रीय व्यापार बढ़ाने के लिये कदम उठाने पर जोर दे सकते हैं। इस दौरान विवादास्पद दक्षिण चीन सागर क्षेत्र में चीनी की आक्रामक सैन्य गतिविधियों, उत्तर कोरिया के परमाणु मिसाइल परीक्षणों और क्षेत्रीय सुरक्षा परिवेश जैसे मुद्दों पर भी चर्चा हो सकती है।

इस दौरान पीएम मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जापान के पीएम शिंजो आबे, ऑस्ट्रेलिया के पीएम मैकुलम टर्नबुल और रूस के पीएम दिमित्री मेदवेदेव और कुछ अन्य देशों के नेताओं के साथ अलग से द्विपक्षीय मुलाकात कर सकते हैं।

रविवार को सम्मेलन से अलग डिनर पर पीएम मोदी ने ट्रंप समेत कई नेताओं से मुलाकात भी की। पीएम मोदी ने ट्रंप और चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग से मुलाकात भी की थी। कल वह मोदी आसियान-भारत और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलनों को मंगलवार को संबोधित करेंगे। वह आसियान की 50वीं वर्षगांठ के मौके पर आयोजित विशेष कार्यक्रम में भी भाग लेंगे। कट्टरता से मुकाबला करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित करने के भारत के प्रस्ताव पर भी चर्चा होने की संभावना है। भारत इसके लिये तारीख तय करना चाहता है।

गौरतलब है कि इंदिरा गांधी के बाद मोदी पहले ऐसे पीएम हैं जो मनीला गए हैं और ऐसे में कोई भारतीय पीएम 36 वर्षों बाद मनीला पहुंचा है। आसियान यानी एसोसिएशन ऑफ साउथ ईस्ट एशियन नेशंस, 10 देशों का वह संगठन है जिसे आपसी व्यापार और रक्षा संबंधों को बढ़ावा देने के मकसद से शुरू किया गया था।

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