सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने पड़ोसी देश (पाकिस्तान) को कड़ी चेतावनी देते हुए आज कहा कि सेना आतंकवाद की किसी भी हरकत के जवाब में कड़ी कार्रवाई करने से नहीं हिचकिचायेगी। सेना प्रमुख ने 71 वें सेना दिवस पर आज यहां करियप्पा परेड ग्राउंड में भव्य परेड की सलामी लेने के बाद कहा कि जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर सीमा पार से संघर्ष विराम उल्लंघन और आतंकवादी गतिविधियां हो रही हैं लेकिन सेना इसका करारा जवाब दे रही है और नियंत्रण रेखा पर भारतीय सेना का दबदबा है।

उन्होंने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं कि पश्चिम में हमारा पडोसी आतंकवाद को बढावा दे रहा है और आतंकवादियों को हथियार भी दे रहा है। उन्होंने कहा कि सेना आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी और इस तरह की गतिविधियों के जवाब में कड़ी कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में भी सेना देश और लोगों की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं करेगी और उसने हर नापाक हरकत पर आतंकवादियों को भारी नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि घाटी में मासूम और नाबालिग युवाओं को भड़काकर उन्हें आतंकवाद के कुचक्र में धकेला जा रहा है। इससे स्थानीय लोगों का ही नुकसान हो रहा है और आतंकवादी उन्हें भ्रमित कर एक अंधे कुंए में धकेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सेना और अन्य सुरक्षा बलों ने राज्य में पंचायत चुनाव और अमरनाथ यात्रा शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित कराकर लोगों की सुरक्षा के प्रति अपनी वचनबद्धता प्रकट की है।

जनरल रावत ने चीन से लगती पूर्वी सीमा पर चुनौतियों का जिक्र करते हुए कहा कि उस सीमा पर शांति और मैत्रीपूर्ण माहौल बनाये रखने के लिए नये दिशा निदेर्शों का पालन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सेना सीमा पर चौकसी को लेकर किसी तरह का समझौता नहीं करेगी और स्थिति की निरंतर समीक्षा की जाती है। उन्होंने कहा कि सेना के आधुनिकीकरण के साथ साथ उसका बडे पैमाने पर पुनगर्ठन किया जा रहा है। इसमें सेना को चुस्त दुरूस्त करने के लिए बडे कदम उठाये जा रहे हैं। सेना को नये और आधुनिक हथियार मुहैया कराये जा रहे हैं। उन्हें अत्याधुनिक हेलमेट और स्नाइपर राइफल तथा बुलेट प्रूफ जैकेट दी जा रही हैं।

सेना प्रमुख ने कहा कि भारतीय सेना सैन्य कूटनीति पर काम करते हुए विदेशी सेनाओं के साथ निरंतर संपर्क और आदान प्रदान कार्यक्रमों का आयोजन करती है। सेना ने 20 देशों की सेनाओं के साथ संयुक्त अभ्यास किया है और उनके साथ अनभुव और सैन्य कौशल साझा किया है। जनरल रावत ने इस मौके पर उत्कृष्ट सेवा और वीरता के लिए जवानों तथा अधिकारियों को पदकों से सम्मानित किया। इसके बाद सेना की ‘डेयरडेविल’ टीम ने हैरतअंगेज करतबबाजी दिखायी। इस दौरान युद्ध क्षेत्र में रणकौशल का परिचय देने के लिए कई अभियानों को अंजाम दिया गया और कुछ देर के लिए परेड ग्राउंड युद्धस्थल में तब्दील हो गया।

-साभार, ईएनसी टाईम्स

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