Amit Shah: देश का संसद जोरदार हंगामे के बाद सोमवार 20 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। राहुल गांधी के द्वारा ब्रिटेन में दिए गए भाषणों को लेकर सत्ता पक्ष जहां एक ओर उनसे माफी मांगने की अपनी मांग पर अड़ा हुआ है वहीं, दूसरी ओर विपक्ष अडानी-हिंडनबर्ग मामले में जेपीसी की गठन की मांग कर रहा है। इसी को लेकर हंगामा और विरोध देखने को मिल रहा है। इस मामले पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की भी प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा “अगर विपक्ष बातचीत के लिए आगे आता है तो संसद में मौजूदा गतिरोध को सुलझाया जा सकता है।”

Amit Shah:विदेश में घरेलू राजनीति पर चर्चा से इंदिरा गांधी ने किया था इनकार- शाह
आपको बता दें कि दिल्ली में मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से शाह ने राहुल गांधी के विदेश दौरे और उनके द्वारा ब्रिटेन में दिए गए भाषणों पर भी अपनी बात कही। अमित शाह ने कहा “कुछ मुद्दे हैं जो राजनीति से ऊपर हैं और यहां तक कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भी विदेशी भूमि में घरेलू राजनीति पर चर्चा करने से इनकार कर दिया था।”
शाह ने कहा “इंदिरा गांधी ने आपातकाल के बाद इंग्लैंड का दौरा किया था और उस समय शाह आयोग का गठन किया गया था और उन्हें जेल में डालने का प्रयास किया गया था। उस पर, कुछ पत्रकार ने उनसे (इंग्लैंड में)पूछा था कि आपका देश कैसा चल रहा है? उन्होंने कहा कि हमारे पास कुछ मुद्दे हैं लेकिन मैं यहां कुछ नहीं कहना चाहती। मेरा देश अच्छा चल रहा है। मैं अपने देश के बारे में कुछ नहीं कहूंगी। यहां मैं एक भारतीय हूं।”

दोनों पक्ष अध्यक्ष के सामने बैठ कर करें चर्चा- अमित शाह
वहीं, संसद में हंगामे को लेकर अमित शाह ने विपक्ष को लेकर अपनी बात कही है। उन्होंने कहा,”दोनों पक्ष अध्यक्ष के सामने बैठें और चर्चा करें। उन्हें दो कदम आगे आना चाहिए और हम दो कदम आगे बढ़ेंगे। फिर संसद चलना शुरू हो जाएगी। लेकिन आप बस एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करें और कुछ न करें, ऐसा नहीं हो सकता।”
गृह मंत्री ने कहा कि संसदीय प्रणाली केवल सत्ता पक्ष या केवल विपक्ष से नहीं चल सकती क्योंकि दोनों को एक-दूसरे से बात करनी होती है।
शाह ने कहा “हमारी पहल के बावजूद, विपक्ष की ओर से वार्ता का कोई प्रस्ताव नहीं आया है। तो हम किससे बात करेंगे? वे मीडिया से बात कर रहे हैं। उन्होंने एक नारा दिया कि संसद में बोलने की स्वतंत्रता होनी चाहिए। संसद में बोलने की पूरी स्वतंत्रता है। आपको बोलने से कोई नहीं रोक सकता।”
सभी को करना होगा संसद के नियमों का पालन- गृह मंत्री
शाह ने कहा कि सभी को नियमों का पालन करना होगा और फ्रीस्टाइल नहीं हो सकता है और सभी को नियमों का अध्ययन करना चाहिए और उन्हें समझना चाहिए। गृह मंत्री ने आगे कहा, “संसद में बहस नियमानुसार होती है। आप संसद में उस तरह से बात नहीं कर सकते जैसे कोई सड़क पर कर सकता है। यदि उनके पास यह बुनियादी अवधारणा नहीं है, तो हम क्या कर सकते हैं?”
अमित शाह ने कहा “उन्हें नियमों के बारे में कोई जानकारी नहीं है और फिर आरोप लगाते हैं कि उन्हें बोलने नहीं दिया जा रहा है। यह स्वीकार्य नहीं है। कोई भी खड़े होकर बोलना शुरू नहीं कर सकता है। नियम हैं और आपको उन नियमों का पालन करना होगा। कोई बदलाव नहीं है।
यह भी पढ़ेंः
यूट्यूबर मनीष कश्यप ने किया सरेंडर, घर की कुर्की करने पहुंची थी पुलिस
Umesh Pal Murder Case: यूपी STF की बड़ी कार्रवाई, पुलिस हिरासत में ली गईं दो महिलाएं