मुकेश अंबानी यूं ही सबसे बड़े बिजनेसमैन नहीं कहलाते, उसके पीछे उनकी मेहनत, लगन, कार्यशैली और बुद्धिमानी है। वर्तमान में शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र हो जिसमें अंबानी की छाया न हो। मोबाइल से लेकर तेल तक की ब्रिकी से रिलायंस का किसी न किसी प्रकास से नाम जुड़ा हुआ है। अब रिलायंस ग्रुप क्वाइन में भी हाथ आजमाना चाहती है। जी हां, खबरों के मुताबिक टेली कम्यूनिकेशन में धमाल मचाने के बाद मुकेश अंबानी का रिलायंस ग्रुप अपनी क्रिप्टोकरंसी लाने की तैयारी में है। इसके लिए मुकेश अंबानी के बड़े बेटे आकाश अंबानी के नेतृत्व में 50 पेशेवरों की टीम बनाई जा रही है। इस टीम की औसत आयु 25 वर्ष होगी। यह टीम क्रिप्टोकरेंसी के लिए जरूरी ब्लॉकचेन का निर्माण करेगी और उसके तकनीकी पहलुओं पर निगाह रखेगी।
खबरों की मानें तो इस सप्लाई चेन में शामिल होने वाले ‘जियोक्वाइन’ के जरिये खरीद-फरोख्त कर सकेंगे। बता दें कि भारत सहित पूरी दुनिया में बिटक्वाइन का क्रेज बढ़ता जा रहा है। कुछ देशों ने इसे मान्य भी कर दिया है। लेकिन कुछ देश ऐसे भी हैं जो इसे असुरक्षित मान रहे हैं और इसके खिलाफ भी हैं। भारत भी ऐसे ही देशों में शामिल है जो बिटक्वाइन को कानूनी रूप से सही नहीं मानता है। सरकार और आरबीआई ने भी बिटक्वाइन से बचने की सलाह दी है।
ऐसे में रिलायंस ग्रुप का इसमें हाथ आजमाना रिस्की हो सकता है। लेकिन रिलायंस ग्रुप कुछ ऐसी ही तैयारी में है। हालांकि ऑफिसियल रूप से अभी तक कंपनी के तरफ से कोई बयान नहीं आया है। लेकिन अनुमान यही लगाया जा रहा है कि कंपनी क्रिप्टोकरेंसी पर विचार कर रही है और जल्द ही इस पर काम भी शुरू कर देगी।