Albert Einstein: महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन का जन्म जर्मनी में 14 मार्च यानि के आज ही के दिन वर्ष 1879 में हुआ था। उन्हें विश्व के सबसे बुद्धिमान व्यक्तियों में से एक माना जाता है। अल्बर्ट आइंस्टीन ने अपने जीवन में बहुत से अविष्कार किए हैं, जिसके लिए उन्हें नोबल पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है। उनके द्वारा कहे गए सुविचार लोगों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। लोग उनके विचारों को फॉलो करते हैं। कहा जाता है कि अल्बर्ट आइंस्टीन ने अपने दिमाग का 13 प्रतिशत उपयोग किया था जबकि सामान्य व्यक्ति सिर्फ 1 से 2 प्रतिशत का उपयोग ही कर सकता है।
Albert Einstein: थॉमस स्टोल्ज़ हार्वे ने चुराया था आइंस्टीन का दिमाग
कहा जाता है कि जब आइंस्टीन का 1955 में निधन हुआ था तब डॉ. थॉमस हार्वे (Thomas Stoltz Harvey) ने उनका पोस्टमार्टम किया था। उन्होंने उनका दिमाग सुरक्षित रखा था। थॉमस हार्वे ने 20 साल तक उनके दिमाग को चोरी कर अपने पास रखा था। इतना ही नहीं यह भी आपको जानकर हैरानी होगी कि आइंस्टीन के दिमाग के 200 टुकड़े किए गए थे।
कहा जाता है कि 200 टुकड़े कर करके उनके दिमाग को अलग-अलग वैज्ञानिकों को भेजा गया था। इसी अध्ययन में पता चला कि साधारण लोगों के दिमाग की तुलना में आइंस्टीन के दिमाग में एक असाधारण सेल संरचना थी। इसी कारण आइंस्टीन का दिमाग बहुत असाधारण सोचता था।
Albert Einstein: 9 साल की उम्र में आइंस्टीन ने बोलना शुरू किया था
कहा जाता है कि आइंस्टीन ने 9 साल की उम्र से बोलना शुरू किया था। यह भी तब हुआ जब वह खाना खा रहे थे। उन्हें खाना खाते समय सूप बहुत गर्म लगा था। तो उन्होंने चिल्लाते हुए कहा सूप बहुत गर्म है। यह सुनकर उनके मां-बाप बेहद खुश हुए थे। लेकिन जब उनके मां-बाप ने उनसे सवाल पूछा कि अब तक वे बोलते क्यों नहीं थे तो आइंस्टीन का जवाब भी उन्हीं की तरह दिलचस्प था। उन्होंने कहा था कि अब तक तो सब कुछ सही था, इसलिए नहीं बोला।
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