करीब 10 घंटे तक चले हाई-वोल्टेज ड्रामे के बाद कांग्रेस के सम्मान का सवाल बने अहमद पटेल राज्यसभा का चुनाव आखिरकार जीत गए। गुजरात में हुए राज्यसभा चुनाव में मंगलवार देर रात कांग्रेस उम्मीदवार अहमद पटेल ने भाजपा के उम्मीदवार बलवंत सिंह राजपूत को हरा दिया। हालांकि कांग्रेस के चाणक्य अहमद पटेल को पांचवीं बार राज्यसभा पहुंचने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी राज्यसभा के लिए चुने गए।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव पटेल को 44 वोट मिले जबकि राजपूत को 38 वोटों से संतोष करना पड़ा। कांग्रेस के अपील पर चुनाव आयोग ने दो वोट रद्द कर दिए जिसके बाद 174 वोटों की गिनती हुई। इस वोटिंग में अहमद पटेल को जीत के लिए 43.51 वोट की दरकार थी अहमद पटेल को इससे महज आधा वोट ज्यादा मिला यानी उन्हें 44 वोट मिले और वो जीत गए। जबकि दूसरी तरफ अमित शाह और स्मृति ईरानी को 46-46 वोट मिले।
कांग्रेस और बीजेपी के बीच घमासान की वजह दो विधायकों की क्रॉस वोटिंग थी। जिसके लिए दोनों ही पार्टियों ने चुनाव आयोग के अधिकारियों से बातचीत की। इस बीच वोटों की गिनती को बीच में ही रोकना पड़ा। कांग्रेस ने मांग की दो विधायकों के वोट रद्द किए जाएं जबकि बीजेपी इसके खिलाफ थी।
आपको बता दें कि आयोग से कांग्रेस ने मांग की थी कि इन विधायकों ने सीक्रेसी का उल्लंघन करते हुए अपना वोट वहां मौजूद पोलिंग एजेंट को दिखाया था इसलिए इनके वोट रद्द किये जाएं। जिसके बाद बीजेपी ने कांग्रेस की इस याचिका को रद्द करने की मांग की थी लेकिन चुनाव आयोग ने वोटिंग के दौरान का विडियो देखने के बाद भोला भाई और राघवजी पटेल का वोट रद्द कर दिया।
इस पर बीजेपी का कहना था कि कांग्रेस ने इसकी शिकायत दर्ज करने में देरी कर दी इससे साफ है कि नतीजे को रोकने की कोशिश की गई। तो वहीं कांग्रेस ने कहा कि इसके बारे में सुबह 9.30 बजे ही संबंधित अधिकारी को बता दिया गया था लेकिन उनसे कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।
जीत की खबर के बाद अहमद पटेल ने ट्विट कर कहा, ‘सत्यमेव जयते। यह केवल मेरी जीत नहीं है। यह पैसे की शक्ति, बाहुबल और राज्य मशीनरी के दुरुपयोग की हार है।’ पटेल ने कहा, ‘मैं सभी विधायकों और पार्टी नेतृत्व को धन्यवाद कहना चाहता हूं। सभी ने परिवार की तरह काम किया।’ उन्होंने गुजरात राज्यसभा चुनाव को अपने राजनीतिक करियर का सबसे कठिन चुनाव बताया। पटेल ने कहा कि पता नहीं बीजेपी ऐसा क्यों कर रही है?
बता दें कि 78 साल के अहमद पटेल को कांग्रेस का चाणक्य कहा जाता है। साल 2004 और 2009 में कांग्रेस को सत्ता दिलाने में अहमद पटेल की बड़ी भूमिका थी।