Agnipath Scheme Protest: भारतीय सेना के तीनों अंगों- जल, थल और वायु सेना में भर्तियों के लिए ‘अग्निपथ योजना’ की घोषणा के बाद से कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। तमाम तरह की शंकाओं के कारण देश के विभिन्न राज्यों में युवा सड़कों और रेलवे ट्रैकों पर उतर आए हैं। अग्निवीर के रूप में चार वर्षों तक सैन्य सेवा के बाद के भविष्य को लेकर आशंकित युवाओं ने कई जगहों पर योजना का विरोध किया और जमकर उत्पात मचाया। बिहार में बीजेपी के दो विधायक भी आक्रोशित युवाओं के निशाने पर आ गए।
वहीं, हरियाणा के पलवल में स्थिति इतनी बिगड़ गई कि वहां इंटरनेट सेवाओं को बंद करना पड़ा। इसके साथ ही फरीदाबाद में धारा 144 लागू लागू करनी पड़ी। छात्रों में अग्निपथ योजना को लेकर इतना गुस्सा भर गया है कि भागलपुर के बिहपुर के युवाओं ने अपने खून से इंडियन आर्मी जिंदाबाद लिख दिया! इससे ये अंदाजा लगाया जा सकता है सेना में भर्ती को लेकर युवाओं में कितना जोश रहता है औऱ उनका सेना से भावनात्मक लगाव क्या है।
Agnipath Scheme Protest: विपक्ष ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना
ऐसे में राजनीतिक दलों ने भी अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। RJD ने जहां ट्वीट करते हुए लिखा,”इ योजना एतना बेजोड़ बा कि पहिलका दिनऽए एमे चिप्पी सटा गईऽल। याद बा नू नोटबंदी? रोज़ ए गो नया बदलाव हो ओ बेरा। इ अग्निपथ में आग लाग गईल बा। वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने लिखा, “24 घंटे भी नहीं बीते कि भाजपा सरकार को नई आर्मी भर्ती का नियम बदलना पड़ा, मतलब, योजना जल्दबाजी में युवाओं पर थोपी जा रही है, नरेंद्र मोदी जी इस स्कीम को तुरंत वापस लीजिए, एयरफोर्स की रुकी भर्तियों में नियुक्ति और रिजल्ट दीजिए, सेना भर्ती को पहले की तरह कीजिए।”
वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लिखा, “देश के भावी सैन्य बलों पर बल का दुरुपयोग करके भाजपा सरकार युवाओं का मनोबल गिरा रही है, ‘भारत माता’ का उद्घोष झूठे दिखावे का नहीं; सच्ची देशभक्ति का प्रतीक होना चाहिए, सेना का ठेकेदारीकरण देश और सच्चे देश भक्त युवाओं के लिए विश्वासघात के समान है, फ़ौज आउटसोर्स का विषय नहीं है।”
अब ऐसे में अग्निपथ योजना को लेकर युवाओं में उबलते आक्रोश को देखते हुए सरकार ने भी सफाई पेश की है और गुरुवार को कई सवालों के जवाब दिए हैं। विरोध प्रदर्शनों के बीच केंद्र सरकार ने गुरुवार रात योजना में बड़ा बदलाव करते हुए युवाओं को राहत देने का प्रयास किया है। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि अग्निपथ योजना के तहत भर्ती की अधिकतम आयु सीमा 21 से बढ़ाकर 23 वर्ष कर दी गई है। हालांकि ये ढील केवल इसी साल यानी 2022 की भर्ती प्रक्रिया में ही लागू होगी। पिछले दो वर्षों में कोई भर्ती नहीं होने के कारण यह निर्णय लिया गया है। आइए बताते हैं अबतक की बड़ी बातें:
Agnipath Scheme Protest: रेलवे की दर्जनों ट्रेनें कैंसल, देश की संपत्ति को भारी नुकसान
जगह-जगह प्रदर्शनों के कारण 34 से अधिक ट्रेनों को कैंसल कर दिया गया जबकि कई अन्य ट्रेनों को आंशिक रूप से कैंसल किया गया, रेलवे ने कहा कि कम-से-कम 70 से ज्याद ट्रेनें इन प्रदर्शनों के कारण अपने नियत समय से देरी से चल रही हैं। अकेले मध्य पूर्व रेलवे जोन में ही 22 ट्रेनें रद्द करनी पड़ीं, बिहार के छपरा, गोपालगंज, कैमूर और गया में ट्रेनों में आग लगा दी गई जिससे कई बोगियां जलकर खाक हो गईं।
हरियाणा के पलवल में इंटरनेट बंद, फरीदाबादा में धारा 144 लागू
हरियाणा के पलवल में गुरुवार को अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन हिंसक हो गया। इस दौरान पथराव और गाड़ियों में आगजनी की गई। पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए बल प्रयोग किया और प्रशासन ने इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया है। प्रदर्शनकारियों ने उपायुक्त कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया और राष्ट्रीय राजमार्ग 19 को जाम कर दिया।
आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया और पुलिस की पांच गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। पलवल के पुलिस अधीक्षक (SP) मुकेश मल्होत्रा ने बताया कि इस बाबत दो प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं और दो विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि हिंसा में शामिल किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस ने राष्ट्रीय राजमार्ग 19 को खाली कराकर यातायात को सुचारू रूप से चलाया।
Agnipath Scheme Protest: बिहार में कई जगह हिंसा, ट्रेनों में आग, विधायक पर हमला
बिहार के कई जिलों में प्रदर्शन हिंसक हो गया है। कई प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनों में आग लगा दी और पथराव किया। हालात काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। नवादा में बीजेपी की विधायक अरुणा देवी की गाड़ी पर प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया, जिसमें विधायक सहित पांच लोग घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों ने रेलवे संपत्ति को ज्यादा नुकसान पहुंचाया। भभुआ और छपरा स्टेशन पर बोगियों में आग लगा दी।
कई जगहों पर डिब्बों के शीशे तोड़ दिए। आरा में बड़ी संख्या में गुस्साए युवाओं ने जिला मुख्यालय को घेर लिया। पटना-गया, बरौनी-कटिहार और दानापुर-डीडीयू जैसे ट्रेन रूट प्रभावित हुए। कई गाड़ियां कैंसल करनी पड़ीं। जहानाबाद, बक्सर, कटिहार, सारण, भोजपुर और कैमूर जैसे जिलों में सड़क यातायात बाधित हुआ। यहां पर पथराव की घटनाओं में कई स्थानीय लोग घायल हो गए।
वेस्ट यूपी में विरोध, जाम, प्रदर्शन, आगजनी
अग्निपथ योजना से असंतुष्ट युवा गुरुवार को मेरठ, आगरा, अलीगढ़, फिरोजाबाद में सड़कों पर उतर आए। टायरों में आग लगा दी। पुलिस से भिड़ंत भी हुई। कई जगह पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर युवाओं को दौड़ाया। मेरठ में छात्रों ने ऐलान किया है कि अगर तीन दिन में अग्निपथ योजना वापस नहीं ली गई तो वे 20 जून को दिल्ली कूच करेंगे। मथुरा में युवाओं ने आगरा-दिल्ली हाइवे पर जाम लगा दिया। पुलिस ने किसी तरह समझाकर ट्रैफिक दोबारा शुरू करवाया। आगरा में भी अलग-अलग रास्तों को प्रदर्शनकारियों ने बंद कराया। अलीगढ़ में प्रदर्शनकारियों ने बसों की शीशे तोड़े और सड़क पर टायरों में आग लगाई।
राजस्थान में कई जगहों पर युवाओं ने की नारेबाजी
राजस्थान के कई जिलों में युवाओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस ने दावा किया कि प्रदर्शन के दौरान कहीं से किसी घटना होने की सूचना नहीं मिली। युवाओं ने विशेष रूप से जयपुर, सीकर, नागौर, अजमेर, जोधपुर, जैसलमेर और झुंझुनू के जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया। जयपुर में बड़ी संख्या में लोग जिला कलेक्ट्रेट पर इकट्ठा हुए। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई जगह अतिरिक्त फोर्स तैनात की गई थी। छात्रों ने अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपे।
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में हाइवे जाम
उत्तराखंड के तमाम जिलों में अग्निपथ स्कीम का विरोध शुरू हुआ। कुमाऊं मंडल के पिथौरागढ़, चंपावत, बागेश्वर, खटीमा, टनकपुर और बाजपुर में गुरुवार को सैकड़ों युवा सड़क पर उतर आए। पिथौरागढ़ में तो युवाओं ने एनएच को जाम कर दिया। चंपावत और टनकपुर में युवाओं ने जुलूस निकाला। अल्मोड़ा में सेना की भर्ती में जाने की तैयारी कर रहे युवकों ने शुक्रवार को बड़े पैमाने पर आक्रोश रैली निकालने का ऐलान किया है। युवाओं का कहना है कि 4 साल के लिए सेना में भर्ती उनके साथ धोखा है। सैनिक बहुल उत्तराखंड में लाखों युवा सेना की तैयारी कर रहे हैं।
Agnipath Scheme Protest: सिकंदराबाद में पुलिस फायरिंग, 1 की मौत, 8 घायल
तेलंगाना में स्थित सिकंदराबाद के रेलवे स्टेशन पर सुबह से ही बड़ी संख्या में युवा पहुंचे थे और अग्निपथ का विरोध कर रहे थे। इसी दौरान कुछ उपद्रवियों ने ट्रेन में आग लगाई औैर जमकर तोड़फोड़ की। उन्होंने पुलिस पर भी पत्थरबाजी की और उन्हें नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा बलों को फायरिंग करनी पड़ गई। खबर है कि पुलिस फायरिंग में एक युवक की मौत हो गई है, जबकि 8 लोग बुरी तरह जख्मी हुए हैं। घायलों को सिकंदराबाद के ही गांधी अस्पताल में एडमिट कराया गया है। तेलंगाना शहर के मुख्य रेलवे स्टेशन पर सैकड़ों युवा पहुंचे थे और तोड़फोड़ कर रहे थे। एक ट्रेन में आगजनी भी की गई।
एमपी के ग्वालियर में रेलवे पर निकला गुस्सा
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में भी युवाओं ने जबर्दस्त विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने बिरलानगर रेलवे स्टेशन को तबाह कर दिया। वहां आगजनी की गई। कई ट्रेनों पर पत्थरबाजी हुई जिससे कई खिड़कियों के शीशे टूट गए। दावा किया गया कि प्रदर्शनकारियों ने स्टेशनल के नियंत्रण कक्ष में तोड़फोड़ की और कंट्रोल सिस्टम को नुकसान पहुंचाया।
केंद्र सरकार ने दी सफाई
केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना को लेकर उठ रहे सवालों के जवाब दिए। सरकार ने अग्निवीरों की रिटायरमेंट के बाद के भविष्य को लेकर जताए जा रहे संदेहों पर भी स्थिति स्पष्ट की। सरकार ने यह भी कहा कि अग्निपथ स्कीम से सेना की क्षमता पर नकारात्मक असर पड़ने का संदेह निराधार है। उसने कहा कि दो साल के संपर्क अभियान के बाद अग्निपथ स्कीम का प्रस्ताव तैयार किया गया। जहां तक बात अग्निवीरों के भविष्य की है तो केंद्र एवं राज्य सरकारें उन्हें रिटायरमेंट के बाद अपने विभिन्न विभागों की भर्तियों में प्राथमिकता देंगी। साथ ही, उन्हें बिजनस करने, रोजगार पाने, पढ़ाई करने में भी मदद करेगी।
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