Agnipath Scheme: देशभर में अग्निपथ स्कीम को लेकर बवाल मचा हुआ है। जिसके चलते तीनों सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने मंगलवार को एक संयुक्त प्रेसवार्ता की। प्रेसवार्ता में स्कीम से जुड़ी जानकारियों को बताया गया। इस दौरान लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी (Lt General Anil Puri) ने कहा कि अगिनपथ योजना 3 चीजों को संतुलित करती है, पहला सशस्त्र बलों के लिए युवा का प्रोफाइल, तकनीकी जानकारी और सेना में शामिल होने के अनुकूल लोग व तीसरा व्यक्ति को भविष्य के लिए तैयार करना।

Agnipath Scheme: उम्मीदवारों को लेनी हो होगी शपथ
इस दौरान लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं किया गया है, साथ ही उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों को शपथ देनी होगी कि वो किसी आगजनी और बर्बादी में शामिल नहीं थे।
वहीं अग्निपथ योजना को लेकर तमाम गलत खबरों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि ये हमारे देश की सुरक्षा का मामला है। उन्होंने कहा किसी ने अफवाह फैला दी कि सेना के पुराने जवानों को अग्निवीर योजना में भेजा जाएगा। उन्होंने इस खबर को फर्जी बताया ।
Agnipath Scheme: एयर मार्शल सूरज कुमार झा क्या बोले
एयर मार्शल एस.के.झा ने कहा कि पहले वर्ष में 2 प्रतिशत से शुरू करके अग्निवीरों को अधिक संख्या में धीरे-धीरे शामिल किया जा रहा है। पांचवें वर्ष में यह संख्या लगभग 6 हजार हो जाएगी और 10 वर्ष में लगभग 9 हजार से 10 हजार हो जाएगी। भारतीय वायुसेना में प्रत्येक नामांकन अब केवल ‘अग्निवीर वायु’ के माध्यम से होगा।
Agnipath Scheme: चार साल के प्रशिक्षण के बाद अग्निवीर सीधे मर्चेंट नेवी में जा सकेंगे
वहीं एयर मार्शल एस.के.झा ने कहा कि भारतीय वायुसेना की युद्ध क्षमता और तैयारी पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता है। भारतीय वायुसेना और भारत सरकार हमें युद्ध के योग्य और युद्ध के लिए तैयार रखने के लिए जो भी जरूरी होगा वो सबकुछ करेगी। भारतीय वायुसेना के वाइस एडमिरल ने बताया कि डीजी शिपिंग के आदेश के अनुसार चार साल के प्रशिक्षण के बाद अग्निवीर सीधे मर्चेंट नेवी में जा सकते हैं।
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