भारत में दूसरे लॉकडाउन का खतरा बढ़ते ही जा रहा है। मुंबई, दिल्ली, मध्यप्रदेश के बाद अब उत्तर प्रदेश में रविवार को संपूर्ण लॉकडाउन रहेगा। राज्य में कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए योगी सरकार ने वीकेंड लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है। यहां पर संडे के दिन लॉकडाउन रहेगा। सभी दफ्तर, दुकान बंद रहेंगे। सिर्फ जरूरी सेवाएं चलती रहेंगी जैसे कि, मेडिकल, दूध की दुकान आदि। आदेश के अनुसार सभी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में रविवार को बंदी की जाए। उन्होंने बताया कि इस दिन सभी जिलों के बाजारों में व्यापक स्तर पर सेनेटाइजेशन अभियान चलेगा।
लखनऊ में सीएम ने कोविड नियंत्रण के लिए बनी टीम 11 के साथ वर्चुअल मीटिंग में कहा कि प्रदेश सरकार हर नागरिक के जीवन और जीविका की सुरक्षा के लिए संकल्पित है। कोविड के कारण लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए सभी जरूरी प्रयास किए जाएं। भरण-पोषण भत्ता के पात्र लोगों की सूची अपडेट कर ली जाए। सरकार जल्द ही इन्हें राहत राशि प्रदान करेगी। अंत्योदय सहित विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत राशन वितरण कार्य की व्यवस्था की समीक्षा कर ली जाए। सरकार सभी जरूरतमंदों को राशन और भरण-पोषण भत्ता उपलब्ध कराएगी।
बता दें कि, सरकार के निर्देशानुसार बाहर निकलते समय मास्क लगाना अनिवार्य है। बिना मास्क पकड़े गए तो एक हजार का जुर्माना भरना पड़ेगा। फिर से वही शख्स बिना मास्क पुलिस को मिल गया तो तीन गुना अधिक पैसा वसूला जाएगा। सरकार ने ये भी कहा कि, अधिक संक्रमण वाले इलाके में सख्ती की जरूरत है। योगी सरकार ने कहा कि, जरूरत के अनुसार कोविड अस्पताल भी बनाए जाएंगे।
वहीं लखनऊ सांसद और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की पहल पर डीआरडीओ की टीम उत्तर लखनऊ पहुंच गई। टीम दो स्थानों पर 500-600 बेड क्षमता वाले दो COVID अस्पताल तैयार कराएगी। वहीं दिल्ली से वेंटिलेटर भी लखनऊ भेज रहे हैं। डॉक्टरों की विशेष टीम भी बुलाने की तैयारी है।
कोरोना के कारण राज्य में अस्पतालों की हालत बेहद खराब है। खनऊ में एल-3 अस्पतालों में आईसीयू के बेड फुल हो गए हैं। राजधानी के सरकारी और निजी एल-3 कोविड अस्पतालों के आईसीयू भर गए हैं। रोजाना यहां 100 से ज्यादा मरीज भर्ती के लिये आते हैं।
राज्य में 15 अप्रैल को 22 हजार से अधिक मामले मिलने पर सरकार ने नाइट कर्फ्यू को रात 8 बजे से सुबह 7 बजे तक कर दिया था। अब रविवार को लॉकडाउन का भी फैसला लिया गया है।