लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत यही है कि इसमें जनता के द्वारा ही सरकार चुनी जाती है। लेकिन अगर इसमें किसी भी प्रकार की धांधली, लापरवाही, भ्रष्टाचार आदि ने जन्म लिया तो पूरा लोकतंत्र जोकतंत्र बन जाता है। मध्य प्रदेश में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है। एक पोलिंग बूथ, 23 मतदाता, सबकी तस्वीर एक जैसी। कभी ये फौजिया के नाम से हो तो कभी ये दिलीप और प्रकाश के नाम से। यही नहीं ऐसी ही फोटो किसी दूसरे पोलिंग बूथ पर भी 14 मतदाताओं के नाम पर लगी हुई है, ऐसे में लापरवाही का यह मंजर काफी खौफनाक मालूम पड़ता है। एक मीडिया चैनल के मुताबिक, भोजपुर विधानसभा के मतदाता केंद्र 245 में मतदाता कार्ड नंबर आईजेपी 3297140 वाले देवचंद इसी बूथ पर आईजेपी 3297249 से मुकेश कुमार हो गये।

बूथ नंबर 270 में यही तस्वीर तीन अलग अलग नामों से है। पोलिंग बूथ नंबर 272 पर दो नाम से बूथ नंबर 273 में चार नाम से तो 275 में दो नाम से 276 में भीमसेन नाम से तो बूथ नंबर 280 में तीन अलग-अलग नामों से है। खास बात ये है कि फोटो में पुरुष है लेकिन नाम महिलाओँ वाला है, वहीं किसी जगह फोटो महिला का है तो नाम किसी पुरुष का है। इस खबर के बाद कांग्रेस ने बीजेपी पर आरोप लगाना शुरू कर दिया है। कांग्रेस का आरोप है कि इन दस्तावेजों का पुलिंदा वो दिल्ली लेकर जाएंगे क्योंकि प्रदेश में ऐसे 1-2 नहीं बल्कि 60 लाख फर्जी वोटर हैं जिसे सराकर ने प्रशासन की मदद से तैयार किया है।

कांग्रेस प्रवक्ता मानक अग्रवाल ने कहा, ‘एक फोटो है, 40 लोग मतदान कर रहे हैं, उसमें भी पुरूष हैं, महिला भी। पूरे मध्यप्रदेश में हुआ है, हमें जो जानकारी है उसमें 60 लाख फर्जी वोट तैयार किये गये हैं, सारे कलेक्टरों का उपयोग किया गया है। उनको माध्यम बनाया है बीजेपी सरकार ने। हालांकि निर्वाचन अधिकारी ने भरोसा दिलाया है कि इसके खिलाफ जांच होगी।

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