पिछले दिनों किसानों द्वारा विधानसभा के बाहर आलू फेंकने की घटना ने खूब बवाल मचाया। जिसके बाद सारी पार्टियों ने मिलकर बीजेपी पर धावा बोल दिया था। लेकिन यह कोई घटना नहीं बल्कि एक साजिश थी। विधानसभा और मुख्यमंत्री आवास की सड़क पर आलू फेंके जाने की साजिश एक राजनैतिक दल के यूथ विंग ने रची थी। हजरतगंज पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार करते हुये घटना का खुलासा किया है।
एसएसपी दीपक कुमार ने बताया घटना में पुलिस ने 10 हजार से अधिक नम्बरों को सर्विलांस से जांचा। सीसीटीवी के जरिये आलू लाने वाली गाड़ी के नंबर और मालिक की हुए शिनाख्त हुई जिससे पता चला कि साजिश रचने में कन्नौज के जिला पंचायत अध्यक्ष शिल्पी चौहान के पति संजू कटियार का हाथ था। जानकारी के मुताबिक घटना में शामिल सभी लोग राजनैतिक तौर पर समाजवादी पार्टी से जुड़े हैं।
एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि ये सारे आलू सतीश जाटव ठठिया के कोल्ड स्टोरेज से ख़रीदे गए थे। उन्होंने ये भी बताया कि आरोपी रात में मॉल एवेन्यू में रुके थे। अधिकारी ने भरोसा भी दिलाया कि इस आलू कांड में शामिल अन्य फरार आरोपियों को भी पुलिस जल्द पकड़ लेगी।
एएसपी पूर्वी सर्वेश मिश्र ने आरोपियों की जानकारी देते हुए बताया कि अंकित सिंह चौहान व सुशील पास कन्नौज निवासी है। उन्होनें बताया कि हाई सिक्योरिटी जोन में कई जगह सीसी कैमरे की फुटेज में ये लोग आलू फेंकते नजर आये थे। जिसके बाद से इनकी तलाश शुरू हो गई थी। एएसपी ने बताया कि अपराधी अंकित व सुशील समाजवादी युवजन सभा से जुड़े होने की बात कह रहे हैं। जिसकी जांच की जा रही है।
गौरतलब है की आलू की कम कीमतों से नाराज किसानों ने 6 जनवरी को विधानसभा, राजभवन और सीएम आवास के बाहर सैकड़ों किलो आलू फेंक अपना विरोध जताया था। विधानसभा के बाहर करीब चार लोडर आलू फेंके गए थे। भारी मात्रा में आलू देख प्रशासन के होश उड़ गए थे।