प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (EDFC) के न्यू भाउपुर-न्यू खुर्जा सेक्शन का उद्घाटन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया। इसका फायदा यह होगा कि कानपुर-दिल्ली रूट पर ट्रेनें लेट नहीं होंगी। मालगाड़ियां भी समय पर पहुंच सकेंगी। मोदी ने ऑपरेशनल कंट्रोल सेंटर की भी शुरुआत की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संवाद में किसान आंदोलन का भी जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि अगर राजनीतिक दलों की स्पर्धा करनी है तो इंफ्रास्ट्रक्चर की क्वालिटी, स्पीड और स्केल पर चर्चा होनी चाहिए। कई आंदोलनों और प्रदर्शनों में देश की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जाता है, ये संपत्ति किसी सरकार या पार्टी की नहीं, बल्कि आपकी ही है। ऐसे में अगर किसी संपत्ति को नुकसान होता है, तो गरीब का नुकसान होता है।
बता दें कि किसान पिछले 1 महीने से सड़कों पर प्रदर्शन क रहे हैं। किसान कृषि कानून वापस लेने की मांग कर रह हैं। इसी बीच पंजाब में लोगों ने अंबानी-अडानी के खिलाफ जंग छेड़ दी है। वहां पर जीओ के टावर को तोड़ा गया साथ ही रिलायंस के पेट्रोल पंप को बंद करा दिया गया है।
इस बात को ध्यान में रखते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि, मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से सोमवार को जारी बयान में कहा गया है, ‘पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोमवार को मोबाइल टॉवरों की तोड़फोड़ और राज्य में दूरसंचार सेवाओं को बाधित करने के खिलाफ कड़ी चेतावनी दी और पुलिस को निर्देश दिया कि वे इस तरह की गैरकानूनी गतिविधियों का सहारा लेने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। बयान में मुख्यमंत्री की ओर से कहा गया है कि वह पंजाब में किसी भी प्राइवेट या पब्लिक प्रॉपर्टी के नुकसान को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
पीएम मोदी ने आगे कहा, कई रेलवे स्टेशन पर स्टोरेज सिस्टम बढ़िया किया गया है। ऐसे प्रोजेक्ट को 2006 में मंजूरी मिली थी, लेकिन कभी ये जमीन पर नहीं उतर पाया। जो कि पिछली सरकार कितनी गंभीर थी, ये बताता है। 2014 तक एक किमी. ट्रैक भी नहीं बिछा था, हमारी सरकार आने के बाद फिर से फाइलों को खंगाला गया और तेजी से काम को बढ़ाया गया। अगले कुछ महीनों में ही 1100 किमी। का काम पूरा हो जाएगा।
पीएम मोदी ने कहा कि पहले फोकस ट्रेनों की संख्या बढ़ाने पर रहता था, लेकिन पटरी का ख्याल नहीं किया गया। हमारी सरकार ने रेल ट्रैक पर निवेश किया, फाटकों से मुक्त किया और स्पीड पर फोकस किया गया। अब भारतीय रेल सुरक्षित हुई है, वंदे भारत जैसी सेमीहाइस्पीड ट्रेन चल रही है। भारत में अब आधुनिक ट्रेनों का निर्माण हो रहा है, जिसे निर्यात भी किया जा रहा है।