प्रधानमंत्री Narendra Modi की 25 अक्टूबर को उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी में हुए दौरे के दौरान वीआईपी सुरक्षा में तैनात रहे फतेहपुर जिले के 122 पुलिसकर्मियों को ड्यूटी में लापरवाही के कारण निलंबित कर दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी की वाराणसी दौरे के दौरान वीआईपी सुरक्षा में तैनाती के लिए वाराणसी गए 122 पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी करने के बाद तय सीमा के भीतर वापस अपनी जगह पर ड्यूटी के लिए नहीं गये। मामले से पर्दा तब उठा जब औचक निरीक्षण करने गये पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने पुलिसकर्मियों को ड्यूटी से गायब देखा।
मामले में हुआ जांच का आदेश
इस मामले में पुलिस अधीक्षक फतेहपुर ने तत्काल एक्शन लेते हुए 122 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी और कई थानेदारों को कड़ी फटकार लगाई। इस मामले में क्षेत्राधिकारी से स्पष्टीकरण भी मांगा गया है और मामले में जांच के आदेश भी दे दिये गये हैं।
जानकारी के मुताबिक वाराणसी में होने प्रधानमंत्री की रैली के लिए लखनऊ पुलिस मुख्यालय ने फतेहपुर के पुलिस अधीक्षक को आदेश दिया कि वो 22 अक्तूबर को अपने जिले से वीआईपी ड्यूटी के लिए 37 उपनिरीक्षक, 31 हेड कांस्टेबल और 94 कांस्टेबल समेत कुल 162 पुलिकर्मियों को वाराणसी के लिए रवाना करें।
162 में केवल 40 पुलिसकर्मियों ने वापस ड्यूटी संभाली
पुलिस अधीक्षक ने आदेश मिलते ही प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा ड्यूटी के लिए पुलिसकर्मियों को वाराणसी भेज दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी से दिल्ली प्रस्थान के बाद 25 अक्तूबर की शाम उन 162 पुलिसकर्मियों को वीआईपी ड्यूटी समाप्त करके वापस फतेहपुर जाना था लेकिन 162 में से केवल 40 पुलिसकर्मियों ने ही ड्यूटी वापस ज्वाइन की।
रैली से पुलिसकर्मियों के वापस आने के बाद पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने समीक्षा की। जिसमें ड्यूटी समाप्त होने के 31 घंटे के बाद 20 उपनिरीक्षक, 24 हेड कांस्टेबल और 78 कांस्टेबल विभिन्न थानों पर वापस नहीं पहुंचे थे। पुलिस अधीक्षक ने तत्काल 122 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करते हुए उनके वेतन में एक दिन की कटौती का भी आदेश दिया।
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