Panic Attack मानसिक सेहत से संबंधित एक समस्या है। जब कोई व्यक्ति किसी टेंशन की वजह से लंबे समय से परेशान हैै तो वह पैनिक अटैक का शिकार हो जाता है। इसमें व्यक्ति को अचानक डर, घबराहट, चिंता महसूस होने लगती है। जिस व्यक्ति को यह अटैक आता है उसको कई तरह की शारीरिक परेशानियां भी होने लगती हैं जैसे सांस लेने में परेशानी होना, हाथ-पैर कांपना, मन घबराना आदि। तनाव होने पर भी पैनिट अटैक के ज्यादा आसार रहते हैं। आमतौर पर यह 15 से 30 मिनट तक रहता है और फिर धीरे-धीरे खत्म होने लगता है।
Panic Attack के लक्षण (Symptoms Of Panic Attack)
अपने आस-पास के लोगों में आप इन लक्षणों से पहचान सकते हैं कि वो पैनिक अटैक का शिकार हुए हैं या कुछ कोई और कारण है।
- दिल जोर-जोर से धड़कना
- घबराहट होना
- पूरे शरीर में पसीना आना
- हाथ-पैरों में कंपन महसूस होना
- सांस लेने में दिक्कत महसूस होना
- उल्टी जैसा मन करना
- चक्कर आना
- हाथ-पैर सुन्न पड़ जाना
Panic Attack का कारण (Causes Of Panic Attack)
पैनिक अटैक का सबसे मुख्य कारण मानसिक तनाव है। यदि आप लंबे समय से किसी समस्या या परेशानी से जूझ रहे हैं, तो वह परेशानी आपके पैनिट अटैक का कारण बन सकती है। ज्यादातर ऐसा देखा गया है कि यदि किसी व्यक्ति ने अपने किसी करीबी को खो दिया है या उसके सामने कोई असहनीय घटना हो जाती है तो यह स्थिति पैनिक अटैक का कारण बन जाती है। हम अगर विज्ञान की भाषा में समझे तो मस्तिष्क में सेरोटोनिन नाम के केमिकल की कमी के कारण यह समस्या होने लगती है।
कई अन्य समस्याओं का बन सकता है कारण
यदि पैनिक अटैक का इलाज समय से नहीं किया जाता है तो यह काफी गंभीर समस्याओं का कारण बन जाती है। इसके इलाज में देरी करने से व्यक्ति को हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, डायबिटीज और मोटापे जैसी बीमारियां होने के आसार रहते हैं।
संबंधित खबरें: