Monkeypox: देश में एक ओर कोरोना की रफ्तार बढ़ रही है, तो दूसरी ओर मंकीपॉक्स का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। वहीं, दिल्ली में मंकीपॉक्स का एक और केस मामला सामना आया है। यह मामला नाइजीरिया की एक महिला में मंकीपॉक्स का लक्षण मिला है। संक्रमित महिला को LNJP अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, अब तक देश में मंकीपॉक्स के 13 केस मिल चुके हैं। इसके अलावा एक और संक्रमित मरीज को दिल्ली सरकार के LNJP अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, साल 2022 में दुनियाभर के 103 देशों में मंकीपॉक्स के मामले अब तक मिल चुके हैं। इतना ही नहीं अब तक लगभग 59,147 संक्रमित मरीज भी मिल चुके हैं। इस वायरस से अब तक 22 लोगों की जान जा चुकी है। बात करें पिछले हफ्ते कि तो 5 से 11 सितंबर तक, दुनियाभर में मंकीपॉक्स के 4,863 केस मिले थे। जबकि 29 अगस्त से 04 सितंबर तक 5,026 केस मिले थे। इन केसों में सबसे ज्यादा 75.4 फीसदी केस अफ्रीकी देशों में मिले हैं। जबकि यूरोप में 23.6 फीसदी केस मिले हैं।

ब्रिटेन में Monkeypox का नया स्ट्रेन मिला
हाल ही में, ब्रिटेन में मंकीपॉक्स का नया स्ट्रेन मिला है। ब्रिटिश स्वास्थ्य अधिकारियों ने दावा किया है कि दक्षिण अफ्रीका से आया एक शख्स मंकीपॉक्स संक्रमित मिला है। जीनोम सीक्वेंसिंग में पता चला है कि व्यक्ति में मंकीपॉक्स का मौजूदा वेरिएंट नहीं पाया गया है। इसके बाद मरीज को रॉयल लिवरपूल यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है।
Monkeypox के कहां कितने मामले आए सामने?
मंकीपॉक्स से सबसे ज्यादा संक्रमित देशों की बात करें तो अमेरिका में 21,834, स्पेन में 6,947, ब्राजील में 6,129, फ्रांस में 3,833, यूके में में 3,552, जर्मनी में 3,551, पेरू में 1964, कनाडा में 1321, कोलंबिया में 1260 केस, नीदरलैंड में 1,195 केस मिले हैं।

क्या है Monkeypox?
अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (CDC) के मुताबिक, पहली बार ये बीमारी 1958 में सामने आई थी। तब रिसर्च के लिए रखे गए बंदरों में ये संक्रमण मिला था। इसलिए इसका नाम मंकीपॉक्स रखा गया है। इन बंदरों में चेचक जैसी बीमारी के लक्षण दिखे थे।
सीडीसी के मुताबिक, मंकीपॉक्स वायरस उसी वैरियोला वायरस फैमिली का हिस्सा है, जिससे चेचक होता है। मंकीपॉक्स के लक्षण चेचक जैसे ही होते हैं। बेहद कम मामलों में मंकीपॉक्स घातक साबित होता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, इंसानों में मंकीपॉक्स का पहला मामला 1970 में सामने आया था। तब कॉन्गो के रहने वाले एक 9 महीने के बच्चे में ये संक्रमण मिला था। 1970 के बाद 11 अफ्रीकी देशों में इंसानों के मंकीपॉक्स से संक्रमित होने के मामले सामने आए थे।
संबंधित खबरें…
- क्या यौन संबंधों से फैलता है Monkeypox? स्टडी में सामने आया सच
- Monkeypox Case in India: भारत में डराने लगा Monkeypox, अब गुजरात में मिला मंकीपॉक्स का पहला संदिग्ध मरीज, महिलाओं को भी खतरा
- Tomato Flu: सिर्फ बच्चों में ही क्यों तेजी से फैल रहा Tomato Flu? जानिए इसके लक्षण और बचाव के तरीके