Health News: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में इंसान कई प्रकार की दिक्कतों से जूझ रहा है। ऐसे में स्वास्थ्य का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।पिछले 5 वर्षों के दौरान देश में बड़ी तादाद में पुरुषों के अंदर प्रोस्टेट कैंसर की बीमारी पाई जा रही है। जोकि चिंता की बात है। प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में तेजी के साथ बढ़ रहा है।
प्रोस्टेट कैंसर एक प्रकार का कैंसर है जो प्रोस्टेट ग्रंथि में होता है। ये तब शुरू होता है जब प्रोस्टेट ग्रंथि में कोशिकाएं नियंत्रण से बाहर होने लगती हैं। प्रोस्टेट एक ग्रंथि है जो केवल पुरुषों में पाई जाती है। यह कुछ तरल पदार्थ का उत्पादन करता है जो वीर्य को बनाने मे मदद करता है।प्रोस्टेट कैंसर धीरे-धीरे बढ़ता है, लेकिन जल्द ही पूरे शरीर को अपनी जद में ले लेता है।
Health News: जानिये शरीर में कहां होता है प्रोस्टेट?
प्रोस्टेट पुरुषों में अखरोट के आकार की ग्रंथि होती है, जो ब्लेडर के ठीक नीचे और मलाशय के सामने, मूत्रमार्ग के आसपास स्थित होती है। ये वह नली होती है जोकि ब्लेडर से पेशाब को बाहर निकालती है।एक आदमी की उम्र के अनुसार प्रोस्टेट का आकार बदल सकता है। छोटे पुरुषों में, यह अखरोट के आकार होगा, लेकिन वृद्ध पुरुषों में यह बहुत बड़ा हो सकता है।
Health News: प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण
यूरोलॉजी के डॉक्टर्स के अनुसार ज्यादातर मामलों में प्रोस्टेट कैंसर के कोई लक्षण नहीं होते हैं। लेकिन कैंसर के एडवांस स्टेज पर पहुंचते ही पुरुषों को प्रोस्टेट होने पर कुछ लक्षणों का अनुभव हो सकता है।जानिये क्या हैं लक्षण?
- पेशाब करने में मुश्किल या जलन होना
- बार-बार पेशाब करने की इच्छा होना, खासकर रात में
- मूत्र या वीर्य में खून आना
- मूत्र करने मे दर्द होना
- प्रोस्टेट बढ़ने पर बैठने पर तेज दर्द या बेचैनी
- हड्डी में बेहद दर्द होना
- पांव में सूजन होना और जलन महसूस होना
Health News: इन सावधानियों के जरिये बचा जा सकता है प्रोस्टेट कैंसर से
प्रोस्टेट कैंसर की रोकथाम के लिए खास रणनीति नहीं है।महज कुछ सावधानी रखते हुए इसे रोका जा सकता है। कम वसा, उच्च सब्जियों और फलों से बना एक स्वस्थ आहार प्रोस्टेट कैंसर के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है।पीएसए ब्लड टेस्ट और शारीरिक परीक्षा के साथ नियमित जांच, प्रारंभिक अवस्था में प्रोस्टेट कैंसर का पता लगाने के लिए जरूरी है।
वहीं अगर आप 50 वर्ष या इससे अधिक की आयु के हैं तो कुछ माह के अंतराल पर नियमित रूप से फुल बॉडी चेक-अप जरूर करवाएं। अगर पेशाब करते वक्त किसी भी तरह की दिक्कत हो तो तुरंत डॉक्टर से मिलें। स्क्रीनिंग करवाएं। किसी अच्छे यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करें। इसके साथ ही नियमित व्यायाम भी जरूरी है।
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