Health News: राजधानी में डेंगू ने दस्तक दे दी है।दिल्ली नगर निगम से मिली जानकारी के मुताबिक राजधानी के 12 जोन से अब तक डेंगू के करीब 189 मामले सामने आए हैं। इस बाबत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अगस्त में बारिश होने की वजह से डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। डेंगू की रोकथाम के लिए निगम के 12 जोनों में करीब 200 ऐसे हॉट स्पॉट चिहनित किए गए हैं। जहां डेंगू के वाहक मच्छर पाए जाते हैं। निगम इन जगहों पर लगातार दवा का छिड़काव भी कर रहा है।

Health News: क्या है डेंगू और किससे फैलता है ?

डेंगू बुखार को आमतौर पर हड्डी तोड़ बुखार के नाम से भी जाना जाता है। जोकि डेंगू नामक वायरस के कारण फैलता है। इसका वाहक एडीज एजिप्टी नामक मादा मच्छर होता है।जब वायरस वाला एडीज मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है, तो ये व्यक्ति को बीमार करता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार हर वर्ष लगभग 500,000 लोग डेंगू के शिकार होते हैं। डेंगू के सबसे ज्यादा मामले भारतीय उपमहाद्वीप, दक्षिण-पूर्व एशिया, मैक्सिको, अफ्रीका, मध्य और दक्षिण अमेरिका के कुछ हिस्सों से देखने को मिलते हैं।राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण निदेशालय से मिली जानकारी के अनुसार भारत में 13 अक्टूबर 2019 तक डेंगू बुखार के 67,000 सर्वाधिक मामले मिले।
Health News: जानिये डेंगू के लक्षण
आमतौर पर डेंगू बुखार के लक्षणों में एक साधारण बुखार होता है। हालांकि किशोरों एवं बच्चों में इसकी आसानी से पहचान नहीं की जा सकती। डेंगू में 104 डिग्री का बुखार होता है।इसके साथ ही ये लक्षण भी मिलते हैं।
- मांसपेशियों में अकड़न, हड्डियों और जोड़ों में दर्द
- जी मिचलाना
- उल्टी लगना
- आंखों के पीछे दर्द
- ग्रंथियों में सूजन
- त्वचा पर लाल चकत्ते निकलना, सिर दर्द
Health News: यहां जानिये डेंगू का इलाज
डेंगू बुखार में रोगी का अलग से विशेष इलाज नहीं किया जाता। क्योंकि डेंगू एक वायरस है। थोड़ी सावधानी, देखभाल और कुछ नियमों के पालन करने मात्र से इस रोग ठीक हो जाता है।
दवा: डेंगू होने पर पैरासिटामोल खाने की सलाह आमतौर पर डॉक्टर्स देते हैं। हालांकि कभी गंभीर डिहाइड्रेशन हो जाने पर आईवी ड्रिप्स भी दी जाती हैं।
शरीर में पानी की मात्रा बनाकर रखें: हमारे शरीर में पानी का काफी महत्व है, क्योंकि अधिकांश पानी उल्टी और तेज बुखार की वजह से शरीर से बाहर निकल जाते हैं। यही वजह है कि तरल पदार्थों के लगातार सेवन से शरीर में पानी की कमी नहीं रहती।
स्वच्छता : रोग से बचाव के लिए स्वच्छता का होना बहुत जरूरी है।अगर मरीज नियमित स्नान नहीं कर सकता तो स्पंज से स्नान का विकल्प चुन सकता है। नहाने के लिए इस्तेमाल पानी में डेटॉल की कुछ बूंदें मिलाएं। तीमारदार खुद भी मरीज को देखने से पहले और बाद में डेटॉल अथवा किसी हैंड सेनिटाइजर से अपने हाथ साफ करे।
पानी जमा न होने दें: अगस्त और सितंबर के माह में बारिश के चलते अक्सर घरों के आसपास साफ पानी इकटठा हो जाता है।ये पानी अक्सर कूलर, टायर, खाली डिब्बों और टंकियों में एकत्रित होता है।ऐसे में बेहद जरूरी है कि पानी को साफ करें, क्योंकि साफ पानी में ही डेंगू का मच्छर पनपता है। यहां टेमीफलू या गंबूजियां मछलियां डालें, जोकि इन्हें पनपने नहीं देती। कीटाणुनाशक स्प्रे, मॉसकीटो रिपेलेंट का इस्तेमाल करें। पूरी बांह के कपड़े पहनें।
Health News: इन चीजों का करें सेवन
डेंगू के दौरान रोगी के शरीर में तेजी से प्लेटलेटस की कमी हो जाती है। ऐसे में प्लेटलेटस का स्तर बनाए रखने के लिए इन चीजों का अधिक से अधिक सेवन करें।
- नारियल पानी
- अधिक से अधिक मात्रा में पानी पियें
- गिलोय के पत्ते साफ करने के बाद उबालें और इसका पानी पियें
- पपीते और सेब का सेवन करें
- हल्का और सुपाच्य आहार खाएं
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