Ear Infection: गर्मी और उमस के मौसम में कान का संक्रमण भी तेजी से फैल रहा है। डॉक्टर्स के अनुसार बच्चों की तुलना में बड़ों में कान में इंफेक्शन ज्यादा होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि गर्मियों में हम अन्य दिनों की तुलना ज्यादा नहाते हैं और शॉवर लेते हैं।
इससे पानी या साबुन का झाग कान में रह जाता है और कान का इंफेक्शन हो जाता है। इसके साथ ही स्विमिंग, धूप, धूल और मिट्टी के कण भी कान में इंफेक्शन का कारण बनते हैं। अन्य अंगों की तरह ही कान भी हमारे शरीर का महत्वपूर्ण अंग होता है। हमारी श्रवण क्षमता से लेकर हमारे ब्रेन को जोड़ने वाली जरूरी तंत्रिकाएं भी कान के जरिये ही जुड़ी होती हैं। आइये जानते हैं कान के संक्रमण की वजह।
Ear Infection: कान में इंफेक्शन के लक्षण उनके अलग-अलग प्रकारों के अनुसार नजर आते हैं
- वयस्कों में कान के संक्रमण
- भीतरी कान का संक्रमण
- मध्य कान का संक्रमण
- बाहरी कान का संक्रमण
आंतरिक कान का संक्रमण होने पर मरीज को चक्कर आना, मतली, उल्टी, चक्कर या सुनने में मुश्किल का अनुभव हो सकता है। ये कुछ ऐसे लक्षण हैं जो कि बिलकुल अलग हो सकते हैं।
भीतरी कान में समस्या होने पर: भीतरी कान में समस्या कुछ अधिक गंभीर होने का संकेत भी हो सकते हैं, जैसे कि मेनिन्जाइटिस, इसलिए अगर आपके पास ऐसे लक्षण हैं तो जांच करवाएं।
कान के बीच में इंफेक्शन होने पर: अगर आपको बुखार या सुनने में परेशानी हो रही है।अगर संक्रमण कान की झिल्ली के फटने की ओर बढ़ता है, तो कान से तरल पदार्थ निकल सकता है, जिससे सुनने की क्षमता का अचानक नुकसान हो सकता है। यह अपने आप ठीक हो जाता है।ये सर्दी या सांस की समस्या के कारण हो सकते हैं।
Ear Infection: बाहरी कान के संक्रमण का लक्षण
ये संक्रमण कान के बाहरी हिस्से पर एक खुजलीदार दाने से हो सकता है। आपका कान दर्दनाक, लाल या सूजा हुआ हो सकता है। ये स्विमिंग के कारण हो सकता है। दरअसल, तैरने या नहाने के बाद कान में पानी अगर चला जाए तो इसके बाद बैक्टीरिया कान में जमा होने लगते हैं। इससे कान में बैक्टीरियल और फंगस इंफेक्शन हो सकता है।
इन सबसे बचने या आपके सिर के अन्य भागों में संक्रमण फैलने से बचने के लिए इन लक्षणों पर ध्यान जरूरी है। शीघ्र उपचार आमतौर पर संक्रमण को जड़ से खत्म कर सकता है, इसलिए बहुत अधिक चिंता न करें और बस अपने डॉक्टर से मिलें।
Ear Infection: संक्रमण से बचाव के उपाय
- कान की सफाई का हमेशा ध्यान रखें
- तैराकी करते समय कान में कॉटन बड डालें या ढककर रखें
- नहाने अथवा तैरने के तुरंत बाद कान से पानी निकालें
- कान में अचानक दर्द, सूजन होने पर डॉक्टर से संपर्क करें
- तेज आवाज में संगीत या ईयरफोन का इस्तेमाल कम से कम करें
- कान के अंदर नुकीली चीज न डालें
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