G 20 India: पिछले साल यानी 2022 के अंत में भारत को जी 20 की अध्यक्षता की जिम्मेदारी दी गई थी। साल 2022-23 में देश के अलग-अलग राज्य इस वैश्विक शिखर सम्मेलन की बैठकों को तय समय के अनुसार आयोजित कर रहे हैं। इस बीच पश्चिम बंगाल में भी 9 जनवरी से 11 जनवरी तक जी 20 की बैठक आयोजित की गई है। ‘वैश्विक भागीदारी के लिए वित्तीय समावेशन’ (GPFI) की पहली बैठक सोमवार को कोलकाता में शुरू हुई।

G 20 India: वैश्विक स्तर पर 1.4 अरब लोग बैंक से वंचित
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में वैश्विक भागीदारी के लिए वित्तीय समावेशन (जीपीएफआई) की पहली बैठक डिजिटल वित्तीय सेवाओं को बढ़ाने के लिए डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना की भूमिका पर आकर्षक सत्रों के एक बैठक के साथ शुरू हुई। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जीपीएफआई की पहली बैठक में भाग लिया और इसके साथ ही उन्होंने बैठक को संबोधित किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, वैश्विक स्तर पर 1.4 अरब लोग बैंक से वंचित हैं। जी 20 का लक्ष्य सभी के लिए वित्तीय समावेशन सुनिश्चित करना है। जीपीएफआई के सदस्य देश, अतिथि देश और भारत द्वारा आमंत्रित अंतर्राष्ट्रीय संगठन, भारतीय जी20 अध्यक्षता के तहत वित्त समावेशन एजेंडे पर चर्चा को आगे बढ़ाने के लिए कोलकाता की बैठक में भाग लेंगे।

विभिन्न देशों के 12 वक्ता बैठक को करेंगे संबोधित
कोलकाता में हो रहे जी 20 की बैठक को लेकर संबंधित अधिकारियों ने खास जानकारियां दी हैं। मिली जानकारी के अनुसार, कोलकाता में तीन दिवसीय बैठक डिजिटल वित्तीय समावेशन, प्रेषण लागत और एसएमई वित्त उपलब्धता के सिद्धांतों पर केंद्रित होगी। उन्होंने कहा कि इसमें विभिन्न स्कूलों के 1,800 से अधिक छात्रों को शामिल करते हुए डिजिटल वित्तीय साक्षरता पर संगोष्ठी, प्रदर्शनियां और एक घरेलू आउटरीच कार्यक्रम भी होगा। इस G20 बैठक में 12 अंतर्राष्ट्रीय वक्ता भाग लेंगे, जिनमें विश्व बैंक, सिंगापुर, फ्रांस और एस्टोनिया के मौद्रिक प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के सीईओ सौरभ गर्ग और भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) के एमडी और सीईओ दिलीप अस्बे भी सत्रों को संबोधित करने वाले हैं।
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