Environment News: कालिंदी कुंज से गुजरने के दौरान अब आपको सफाई, हरियाली और नई चीजें देखने को मिलेंगी। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन की 43 वीं बैठक में कालिंदी कुंज घाट के विकास और सौंदर्यीकरण से संबंधित कई योजनाओं पर मुहर लग गई है। इसका मकसद पर्यावरण संरक्षण के साथ ही लोगों को जागरूक करना भी है।ध्यान योग्य है कि इसमें उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले की गौरीकुंड और तिलवाड़ा में एसटीपी निर्माण से जुड़ी परियोजनाएं भी शामिल हैं।
कालिंदी कुंज घाट का ऐतिहासिक और प्राकृतिक महत्व भी है। इसे संरक्षित करने के साथ ही इसकी सफाई और औद्योगिक कचरे को यहां गिरने से रोकने के लिए सरकार अब कड़े कदम उठाने जा रही है।

Environment News: 100 केएलडी क्षमता वाली परियोजना को मिली मंजूरी
कालिंदी कुंज में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण और सीवर की गंदगी रोकने के लिए करीब 77 लाख रुपये की लागत से 100 केएलडी क्षमता वाली परियोजना को मंजूरी दी गई है। ये परियोजना मथुरा के कपड़ा उदयोगों से निकलने वाले पानी को ट्रीट करेगा। इसका मकसद इको फ्रेंडली तरीके से पर्यावरण अनुकूल काम करना है।
इसके साथ ही यमुना और उसके आसपास की इकोलॉजी को बेहतर बनाया जाएगा। मसलन पक्षी, जीव जंतु और वन आवरण में सुधार किया जाएगा। पारिस्थितिकीय तंत्र को बेहतर करने के साथ आसपास की वनस्पतियों के विकास पर भी ध्यान दिया जाएगा।
Environment News: स्कूली छात्र और इको क्लब की लेंगे मदद
पर्यावरण की जान यानी हमारी नदियां ही पानी से लेकर अनेक जीव जंतुओं का आश्रय स्थल भी हैं। इन्हें बचाए रखने और प्रदूषण मुक्त करने के लिए अब जल्द ही स्कूली छात्रों और इको क्लब की भी मदद ली जाएगी। जिसके तहत छात्रों को यमुना के संरक्षण, इतिहास और महत्व से अवगत कराया जाएगा। इसके साथ ही प्रोजेक्ट के जरिये यमुना के संरक्षण में मदद ली जाएगी। वहीं इको क्लब में छात्र अपने प्रोजेक्टस पर चर्चा करेंगे और नए सुझाव भी देंगे।
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