Environment News: कार्बेट नेशनल पार्क में घड़ियाल के नवजात सरीसृपों को देखकर प्रशासन हरकत में आ गया है। नवजात सरीसृपों को बचाने के लिए प्रशासन उनकी निगरानी तेज कर दी है। वन गश्त करने वाली टीम ने यहां नवजात सरीसृप देखे। केवल भारत में पाए जाने वाले घड़ियाल को प्रकृति के संरक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय संघ द्वारा गंभीर रूप से संकटग्रस्त श्रेणी में रखा गया है।
भारत सरकार ने प्रजातियों को वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की अनुसूची 1 के तहत रखा है, जो उन्हें विलुप्त होने से बचाने की तत्काल आवश्यकता को दर्शाता है। जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क की सर्फदुली रेंज में घड़ियाल के 50 बच्चे मिलने से कॉर्बेट प्रशासन गदगद है। विलुप्त हो रहे घड़ियाल कॉर्बेट पार्क की रामगंगा नदी में खूब फल-फूल रहे हैं।

Environment News: कॉर्बेट में बढ़ा घड़ियालों का कुनबा
कॉर्बेट पार्क के सर्पदुली रेंज में घड़ियाल के बच्चे अंडे से निकले हैं। इस बार इनकी तादाद 50 के करीब है। घड़ियाल के नवजात बच्चों को देख कॉर्बेट में उत्साह का माहौल है। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक नीरज शर्मा ने बताया कि ढिकाला रेंज में रामगंगा नदी के किनारे रेतीले क्षेत्र में गश्ती टीम ने घड़ियाल के करीब 50 बच्चे देखे हैं।

उन्होंने बताया कि घड़ियाल अब कॉर्बेट में भी फल-फूल रहे हैं। इनकी तादाद में बढ़ोतरी से कॉर्बेट प्रशासन के साथ ही वन्यजीव प्रेमियों में भी खुशी की लहर। लिहाजा इनकी विलुप्त होती प्रजाति को संरक्षित करने के लिए अधिकारियों को घड़ियालों के बच्चों के संरक्षण के लिए निर्देश दिए गए हैं।
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