Darjeeling: देशभर के चिड़ियाघरों की रैकिंग पूरी हो गई।इसमें दार्जिलिंग स्थित पद्मजा नायडू हिमालयन जूलॉजिकल पार्क को इसके बेस्ट इको फ्रेंडली माहौल के लिए प्रथम स्थान मिला।केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण की ओर से जारी लिस्ट में दार्जिलिंग स्थित चिड़ियाघर को पहला स्थान दिया गया है।इसी लिस्ट में कोलकाता के अलीपुर स्थित चिड़ियाघर को चौथा स्थान मिला है। बीते 10 सितंबर को भुवनेश्वर में चिड़ियाघरों के निदेशकों का सम्मेलन आयोजित किया गया था।इस दौरान केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण की ओर से देशभर के चिड़ियाघरों की रैंकिंग सूची जारी की गई।
गौरतलब है कि देशभर में करीब 150 चिड़ियाघर हैं।जारी लिस्ट के अनुसार चेन्नई के अरिग्नार अन्ना जूलॉजिकल पार्क को दूसरा स्थान मिला है।वहीं कर्नाटक के मैसूर स्थित श्री चामराजेंद्र जूलॉजिकल गार्डन को तीसरा स्थान मिला है।मालूम हो कि प्राधिकरण की ओर से हरवर्ष चिड़ियाघरों की एक लिस्ट जारी की जाती है। जिसमें वहां की इकोलॉजी, पशुओं की संख्या, माहौल, अवैध शिकार से बचाव, प्राकृतिक स्थिति और उनके आवास आदि कई पैमानों पर अंक दिए जाते हैं।
Darjeeling: जानिए पद्मजा नायडू हिमालयन जूलॉजिकल पार्क के बारे में
देश के पूर्व में स्थित हिमालयन जूलॉजिकल पार्क के नाम से प्रसिद्ध ‘पद्मजा नायडू हिमालयन जुलॉजिकल पार्क’ जवाहर पर्वत पर 7000 फीट की ऊंचाई पर स्थित एक अनूठा प्राणी उद्यान है। इसकी स्थापना 14 अगस्त 1958 को हुई थी। वर्ष 1975 में भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने हिमालयन जूलॉजिकल पार्क को पश्चिम बंगाल की पूर्व राज्यपाल स्व. श्रीमती पद्मजा नायडू की याद में समर्पित किया था, जिसके बाद इस पार्क का नाम बदल कर ‘पद्मजा नायडू हिमालयन जूलॉजिकल’ हो गया।यह देश का सबसे बड़ा और विश्व का सबसे ऊंचा प्राणी उद्यान है।
यहाँ की महत्पूर्ण उपलब्धियों में से एक है यहां पाया जाने वाला रेड पांडा।जिसने रेड पांडा प्रोजेक्ट को पूरी तरह से सफल किया है। इसके अलावा यहां स्नो लेपर्ड’ , तिब्बतन वुल्फ और ऊंचाई पर रहने वाली अन्य संकटग्रस्त प्रजातियां भी पाई जातीं हैं।
Darjeeling: कर्मचारियों की मेहनत रंग लाई
दार्जिलिंग चिड़ियाघर के निदेशक बसवराज होलेयाची ने कहा कि प्रथम स्थान हासिल करने पर यहां के समस्त कर्मचारी बधाई के पात्र हैं। कर्मचारियों की दिन-रात की कड़ी मेहनत का ही नतीजा है कि केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण की ओर से मांगे गए मापदंडों के आधार पर सभी चिड़ियाघरों का मूल्यांकन किया है।
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