उत्तर प्रदेश में मचे चुनावी घमासान के बीच मंगलवार को मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्र की अगुवाई में Election Commission की टीम 3 दिवसीय दौरे पर लखनऊ पंहुच रही है। चुनाव आयोग की टीम प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों की समीक्षा करेगी।
उम्मीद जताई जा रही है कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्र चुनाव की हर तैयारियों की समीक्षा करेंगे और फिर उसके आधार पर चुनाव को टालने या फिर निश्चित समय पर चुनाव की तारीखों की घोषणा कर सकते हैं।
तीन दिनों के इस दौरे के दौरान Election Commission की टीम उत्तर प्रदेश में चुनावी रैलियों के साथ-साथ बढ़े रहे कोरोना खतरे पर गहन विचार करेगी। इस दौरान आयोग की टीम राजनीतिक दलों के साथ भी बैठकें करेगी। आयोग के साथ राजनीतिक दलों के अलावा सरकार के सचिव और पुलिस अधिकारियों की भी बैठक है।

Election Commission की टीम कोरोना खतरे की समीक्षा करेगी
वैसे जिस तरह से कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रोन अपने पैर फैला रहा है, उससे प्राशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ जनता के मन भी दहशत का माहौल है। कोरोना की दूसरी लहर में गुजरे खौफनाक मंजर को उत्तर प्रदेश की जनता अभी तक नहीं भूली है। ऐसे में यूपी में राजनैतिक दल जिस धड़ल्ले से चुनावी रैली कर रहे हैं, उससे संक्रमण के बढने के आसार तेज हो गये हैं।
मालूम हो कि बीते दिनों इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उत्तर प्रदेश समेत देशभर में Omicron संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और Election Commission से अपील की थी कि वो उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए होने वाली राजनीतिक रैलियों पर रोक लगाएं क्योंकि इस वक्त Omicron के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं।
इस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस शेखर कुमार यादव ने चुनाव टालने की अपील पर सुनवाई करते हुए कहा था, ”UP में होने वाले विधानसभा चुनाव में कोरोना की तीसरी लहर से जनता को बचाने के लिए चुनाव आयोग राजनीतिक पार्टियों की चुनावी रैलियों पर रोक लगाए। उनसे कहा जाए कि वे चुनाव प्रचार के लिए जनता के बीच न जाकर टीवी और समाचार पत्रों के माध्यम का सहारा लें।”
यूपी के साथ 4 अन्य राज्यों में भी विधानसभा चुनाव हैं
वहीं यूपी के साथ देश के अन्य 4 राज्यों में भी विधानसभा चुनाव होने हैं। इसे लेकर बीते सोमवार को Election Commission और स्वास्थ्य मंत्रालय के बीच एक बैठक हुई। जिसमें आयोग और मंत्रालय ने चुनावी राज्यों में बढ़ रहे कोरोना खरते की समीक्षा की। जिसके बाद अटकलें लगाई जा रही है कि चुनाव आयोग 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव या तो रद्द कर सकता है या फिर चुनाव को टाला जा सकता है।

हालांकि सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ओमिक्रोन के खतरे के बावजूद पांच राज्यों के चुनाव नहीं टलेंगे और आयोग ने Omicron से निपटने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय को टीकाकरण तेज करने को कहा है। अगले साल की शुरुआत में 5 राज्यों Uttar Pradesh, Goa, Uttarakhand, Punjab और Manipur में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं।
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