Khatima: 14 फरवरी को उत्तराखंड चुनाव के लिए मतदान किया जाना है। प्रदेश की सबसे हॉट सीट खटीमा (Khatima) पर सभी की नजर है। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी यहां से तीसरी बार मैदान में हैं, कांग्रेस ने उनके खिलाफ भुवन कापड़ी को मैदान में उतारा है। आम आदमी पार्टी ने भी यहां अपने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एसएस कलेर को टिकट दिया है। खटीमा विधानसभा सीट पर एसटी, एससी वर्ग के वोटर निर्णायक भूमिका निभाते हैं।
Khatima सीट का इतिहास

पुराना इतिहास कहता है कि यह सीट अब तक दो बार लगातार कांग्रेस और फिर दो बार लगातार बीजेपी के खाते में रही है। 2002 और 2007 में कांग्रेस के गोपाल सिंह, जबकि 2012 और 2017 में बीजेपी के पुष्कर सिंह धामी ने मैदान मारा था। 2012 से पहले खटीमा विधानसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित थी। 2002 और 2007 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से कांग्रेस के गोपाल सिंह राणा ने जीत दर्ज की थी।
2012 में यह सीट अनारक्षित हो गयी। जिसके बाद पुष्कर सिंह धामी ने करीब 5 हजार वोटों के अंतर से इस सीट पर जीत दर्ज की थी। पिछले विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी ने पुष्कर धामी को टिकट दिया था जबकि कांग्रेस ने इस सीट से भुवन कापड़ी को मौका दिया था। हालांकि 2017 के चुनाव में धामी के लिए जीत का अंतर सिर्फ 2700 रहा।
Khatima सीट – मतदाताओं की संख्या
एक लाख 19 हजार 980 मतदाता वाली इस सबसे हॉट सीट पर क्या धामी तीसरी बार जीत कर इतिहास बदल पाएंगे यह देखना होगा। इस समय उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस सीट से विधायक हैं। खटीमा विधानसभा सीट उत्तराखंड विधानसभा की 70 सीटों में से एक है। उत्तराखंड के उधम सिंह नगर के जिले के अंतर्गत ये सीट आती है। वहीं लोकसभा सीट की बात की जाए तो यह नैनीताल उधम सिंह नगर सीट के अंतर्गत आती है।
पुष्कर सिंह धामी को भुवन कापड़ी दे रहे हैं चुनौती

पिछली बार की तरह ही इस बार भी खटीमा विधानसभा सीट पर मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी यहां से तीसरी बार मैदान में हैं, कांग्रेस ने उनके खिलाफ भुवन कापड़ी को मैदान में उतारा है। भुवन कापड़ी और पुष्कर धामी लगातार दूसरी बार आमने-सामने होंगे।
पुष्कर धामी

साल 1990 में पुष्कर धामी ने ABVP से अपने करियर की शुरूआत की थी। वे उत्तराखंड बीजेपी युवा मोर्चा के 2008 तक अध्यक्ष रहे। एक समय में धामी भगत सिंह कोश्यारी के राजनीतिक सलाहकार थे। पिछले साल जुलाई में उन्हें बीजेपी ने उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बनाया। सिर्फ 45 की उम्र में वे उत्तराखंड के सबसे युवा सीएम बनने का रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं।
बता दें कि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार 14 फरवरी को मतदान होगा। वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी।
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