पुरानी पेंशन बनी चुनावी मुद्दा, जानें OPS को लेकर सरकार का रुख

68 सदस्यीय हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए शनिवार को मतदान होगा। 12 नवंबर को सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक होने वाले मतदान में चुनाव आयोग ने दूर-दराज के इलाकों में तीन सहायक मतदान केंद्रों समेत कुल 7,884 मतदान केंद्र बनाए हैं।

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Himachal Election 2022
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Himachal Election 2022: पुरानी पेंशन योजना (OPS) हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में एक प्रमुख मुद्दा बनकर उभरी है। पहाड़ी राज्य में सत्ता में वापसी पर नजर रखते हुए, कांग्रेस पार्टी ने पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने का वादा किया है। बता दें कि लगभग हर चुनाव में बीजेपी का ओल्ड पेंशन स्कीम से मुकाबला होता है। हालांकि, कई राज्य अपने यहां ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करने के ऐलान कर चुके हैं। इनमें से अधिकतर कांग्रेस शासित राज्य हैं। इस कतार में सबसे आगे राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड और पंजाब हैं। अब गुजरात और हिमाचल चुनाव में भी इस मुद्दे को जोर-शोर से उछाला जा रहा है।

निर्मला सीतारमण की दो टूक

इस बीच केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बयान आया है कि राज्य पुरानी पेंशन योजना (OPS) में वापस आ गए हैं, वे राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS) से संचित कोष को वापस नहीं ले सकते क्योंकि ये धन कानून के अनुसार कर्मचारियों के हैं। मंत्री ने छत्तीसगढ़ और राजस्थान की कांग्रेस सरकारों द्वारा उठाई गई मांगों को ठुकरा दिया है।

हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले,उन्होंने कहा कि जहां कांग्रेस ने सत्ता में आने पर ओपीएस को लागू करने का वादा किया था, सीतारमण ने कहा कि एनपीएस का पैसा राज्य सरकार के पास वापस नहीं जा सकता है। “यह केवल योगदान देने वाले श्रमिकों के पास ही जा सकता है। क्या हम कानून बदल सकते हैं?

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निर्मला सीतारमण की दो टूक

पुरानी पेंशन योजना (OPS)

देश में 1 अप्रैल 2004 से पुरानी पेंशन योजना को बंद कर दिया गया था। पुरानी पेंशन योजना (OPS) के तहत पेंशन की पूरी राशि सरकार ने दी थी।

नई योजना: राष्ट्रीय पेंशन स्कीम

नई योजना के तहत कर्मचारी अपने मूल वेतन का 10 फीसदी पेंशन में योगदान करते हैं जबकि राज्य सरकार 14 फीसदी योगदान करती है। हिमाचल प्रदेश में करीब ढाई लाख सरकारी कर्मचारी हैं और इनमें से डेढ़ लाख नई पेंशन योजना के दायरे में हैं। नई पेंशन योजना के खिलाफ कर्मचारी संघों द्वारा पहले भी विरोध प्रदर्शन किया जा चुका है।

जुबानी जंग: बीजेपी बनाम कांग्रेस

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस पुरानी पेंशन योजना को राजनीतिक मुद्दा बना रही है। उन्होंने दावा किया कि पुरानी पेंशन योजना को समाप्त करने और राष्ट्रीय पेंशन योजना को लागू करने के बाद इसे बहाल करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने पलटवार करते हुए कहा, “वे गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा सत्ता में थी जब पुरानी पेंशन योजना को समाप्त कर दिया गया था। वे झूठ बोलते हैं।

हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022: मतदान, परिणाम

68 सदस्यीय हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए शनिवार को मतदान होगा। 12 नवंबर को सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक होने वाले मतदान में चुनाव आयोग ने दूर-दराज के इलाकों में तीन सहायक मतदान केंद्रों समेत कुल 7,884 मतदान केंद्र बनाए हैं। इनमें से 789 संवेदनशील बूथ और 397 संवेदनशील हैं। चुनाव आयोग ने राज्य के लाहौल स्पीति जिले के स्पीति क्षेत्र के काजा के ताशीगंग में 15,256 फीट की ऊंचाई पर अपना सबसे ऊंचा बूथ भी स्थापित किया है। यह 52 मतदाता मतदान करेंगे। मतगणना 8 दिसंबर को होगी।

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