‘परीक्षा पे चर्चा’ में PM का छात्रों को संदेश- हमें गैजेट्स का गुलाम नहीं बनना, खुद को गैजेट से ज्‍यादा स्‍मार्ट मानना है, पढ़ें बड़ी बातें…

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Pariksha Pe Charcha 2023: पीएम मोदी की छात्रों के साथ परीक्षा पे चर्चा का यह छठा संस्करण है। कार्यक्रम का आयोजन तालकटोरा इंडोर स्टेडियम में किया गया है। 2023 के छठे संस्करण के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया 25 नवंबर से शुरू हुई थी। यह 30 दिसंबर 2022 तक चली।

शिक्षा मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इस बार तकरीबन 38 लाख 80 हजार लोगों ने परीक्षा पे चर्चा के लिए पंजीकरण कराया है। इनमें 31 लाख 24 हजार छात्र, 5 लाख 60 हजार शिक्षक और 1 लाख 95 हजार अभिभावक शामिल है। आपको जानकर हैरानी होगी कि पिछली बार साल 2022 की तुलना में आंकडा 15.7 लाख ज्यादा है। पीएम बोर्ड परीक्षा के छात्रों के साथ बातचीत कर रहे हैं।

Pariksha Pe Charcha 2023: पढ़ें बड़ी बातें…

  • साथियों के साथ खुद की तुलना और प्रतिस्पर्धा करने की लगातार भावना में न तो अपनी आंतरिक शांति को नष्ट करें और न ही अपनी परीक्षा को अपना जीवन मानें।
  • एक बार जब आप तकनीक के इस तरह के दुरुपयोग के चंगुल से खुद को बाहर निकाल लेंगे, तो आप आनंदित महसूस करेंगे। जिस क्षण आप आनंद महसूस करते हैं, आप सच्ची स्वतंत्रता प्राप्त कर लेंगे।
  • ‘आलोचना’ और ‘दोष’ के बीच एक गहरी और मोटी रेखा है। आलोचनाएं हमें बेहतर बनाती हैं और दोष एक ऐसी चीज़ है जिस पर हमें जीवन में ध्यान भी नहीं देना चाहिए!
  • सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर पीएम का छात्रों को संदेश– हमें गैजेट्स का गुलाम नहीं बनना है, खुद को गैजेट से ज्‍यादा स्‍मार्ट मानेंगे तो गैजेट का सही इस्‍तेमाल कर सकेंगे। हमें टेक्‍नोलॉजी या गैजेट्स से भागना नहीं है, उसे अपनी जरूरत के अनुसार इस्‍तेमाल करना है। ताकत पर विश्वास करो, भगवान ने तुम्हें दिया है! अपनी खुद की स्मार्टनेस पर विश्वास करें, गैजेट्स की स्मार्टनेस पर नहीं। आप जितने ज्यादा स्मार्ट होंगे, आप गैजेट्स का उतना ही सही इस्तेमाल कर पाएंगे। इनका बुद्धिमानी से उपयोग करें!
  • आदतन आलोचना करने वालों पर ध्यान मत दीजिए… हमें अपना फोकस कभी छोड़ना नहीं चाहिए। मां-बाप से भी मेरा आग्रह है कि टोका-टोकी के जरिए आप अपने बच्चों को ‘मोल्ड’ नहीं कर सकते।
  • अनुभव आपको आगे ले जाएगा- प्रधानमंत्री ने कहा कि एक बार एक व्‍यक्ति की गाड़ी खराब हो गई। वह घंटो धक्‍का लगाता रहा मगर गाड़ी स्‍टार्ट नहीं हुई। उसने एक मैकेनिक को बुलाया जिसने 2 मिनट में गाड़ी ठीक कर दी और 200 रुपये का बिल बना दिया। व्‍यक्ति ने कहा कि 2 मिनट के काम के 200 रुपये कैसे. मै‍केनिक ने कहा कि 200 रुपये 2 मिनट के नहीं, 20 साल के अनुभव के हैं।
  • हमारा देश, जिसे दुनिया ‘औसत’ कहती थी, अब विश्व स्तर पर चमक रहा है! इसलिए कभी भी अपनी क्षमता को कम मत आंकिए। समय बदलता है, हर किसी में कोई न कोई असाधारण हुनर ​​होता है; बात यह है कि आपको उन्हें पहचानने की आवश्यकता है।
  • हर मां-बाप अपने बच्चों का सही मूल्यांकन करें और बच्चों के भीतर हीन भावना को ना आने दें।
  • जब एक बार आप इस सत्य को स्वीकार कर लेते हैं की मेरी एक क्षमता है और मुझे अब इसके अनुकूल चीजों को करना है… आप जिस दिन अपने सामर्थ्य को जान जाते हैं, उस दिन बहुत बड़े सामर्थ्यवान बन जाते हैं।
  • ऐसे लोग हैं, जो बहुत मेहनत करते हैं; कुछ के लिए, ‘कड़ी मेहनत’ उनके जीवन के शब्दकोश में भी मौजूद नहीं है; कुछ मुश्किल से स्मार्ट वर्क करते हैं, और कुछ स्मार्टली हार्ड वर्क करते हैं! हमें इन पहलुओं की बारीकियों को सीखना चाहिए और वांछित परिणाम प्राप्त करने के लिए उसी के अनुसार काम करना चाहिए -PM
  • पहले काम को समझिए… हमें जिस चीज की जरूरत है उसी पर फोकस करना चाहिए। अगर मुझे कुछ अचीव करना है तो स्पेसिफिक एरिया पर फोकस करना होगा… तभी परिणाम मिलेगा। हमें ‘स्मार्टली हार्डवर्क’ करना चाहिए, तभी अच्छे परिणाम मिलेंगे।
  • नकल पर बोले पीएम मोदी- जो लोग कड़ी मेहनत करते हैं उनका जीवन निश्चित रूप से एक धन्य जीवन होगा, रंगों से भरा जीवन। आपके और आपके साथियों के बीच परीक्षा में 2-3 अंकों का अंतर लंबे समय में जीवन में मायने नहीं रखता। जो समर्पित हैं वे निश्चित रूप से सर्वश्रेष्ठ प्राप्त करेंगे।
  • जो मेहनती विद्यार्थी है उसकी मेहनत उसकी जिंदगी में अवश्य ही रंग लाएगी। हो सकता है कोई नकल कर आपसे दो-चार नंबर ज्यादा ले जाएगा लेकिन वो कभी भी आपकी ज़िन्दगी की रुकावट नहीं बन पाएगा। आपके भीतर की ताकत ही आपको आगे ले जाएगी।
  • छात्र ये बात समझ कर चलें कि अब ज़िंदगी और जगत बहुत बदल चुका है। आज आपको डगर-डगर पर परीक्षा देनी है… इसलिए जो नकल करने वाला है वो एक-दो एग्जाम तो पार कर जाएगा लेकिन ज़िन्दगी कभी पार नहीं कर पाएगा।
  • मां से सीखें टाइम मैनेजमेंट- अपनी मां के काम को ऑब्‍जर्व करें; मां कभी भी महसूस नहीं करती वह किसी दबाव में हैं, मां दिन के हर काम का टाइम मैनेजमेंट सबसे अच्‍छी तरह से करती है, मां से सीखें टाइम मैनेजमेंट।
  • दबाव के दबाव में न रहें! सोचें, विश्लेषण करें, कार्य करें और फिर जो आप चाहते हैं उसे प्राप्त करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दें।
  • केवल परीक्षा के लिए ही नहीं, हमें अपने जीवन में हर स्तर पर समय को लेकर अलर्ट रहना चाहिए। आप ऐसा स्लैब बनाइए कि जो आपको कम पसंद विषय है उसको पहले समय दीजिए… उसके बाद उस विषय को समय दीजिए जो आपको पसंद है।
  • अपने भीतर देखो; आपको अपनी क्षमता, अपनी आकांक्षाओं, अपने लक्ष्यों को पहचानना चाहिए; और फिर उन्हें उन अपेक्षाओं के साथ जोड़ने का प्रयास करें जो अन्य लोग आपसे कर रहे हैं।
  • आप अच्छा करेंगे तो भी हर कोई आप से नई अपेक्षा करेगा… चारों तरफ से दबाव होता है लेकिन क्या हमें इस दबाव से दबना चाहिए? ऐसे ही आप भी यदि अपनी एक्टिविटी पर फोकस रहते हैं तो आप भी ऐसे संकट से बाहर आ जाएंगे। कभी भी दबाव के दबाव में ना रहें- PM मोदी
  • आपकी तरह हमें भी अपने राजनीतिक जीवन में इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है; चुनावों के उत्कृष्ट परिणाम देखने के बाद हमेशा ‘अधिक उत्कृष्ट’ होने की अपेक्षा की जाती है। तो, चिंता मत करो; बस तनाव मुक्त और प्रफुल्लित रहने के साथ-साथ अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास करें।
  • PM मोदी ने कहा कि यदि आप बेहतर करते हैं, तो आपके आस-पास से और भी बेहतर करने का संभावित दबाव है। इससे कोई बचा नहीं है।
  • परिवारों को अपने बच्चों से उम्मीदें होना स्वाभाविक है, लेकिन अगर यह सिर्फ ‘सामाजिक स्थिति’ बनाए रखने के लिए है, तो यह खतरनाक हो जाता है।
  • ‘परीक्षा पर चर्चा’ मेरी भी परीक्षा है और देश के कोटि-कोटि विद्यार्थी मेरी परीक्षा ले रहे हैं… मुझे ये परीक्षा देने में आनंद आता है -PM
  • प्रधानमंत्री मोदी तालकटोरा स्‍टेडियम पहुंच चुके हैं। पीएम अभी बच्‍चों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी देख रहे हैं और बच्‍चों से बात कर रहे हैं।

पेज अपडेट जारी है…

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