काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) की स्थापना के 106 वर्ष पूरे होने पर विश्वविद्यालय की ओर से महामना वार्षिक निधि के नाम से एक आर्थिक योगदान अभियान की शुरुआत की गई है। BHU के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, ”काशी हिन्दू विश्वविद्यालय अपनी स्थापना के 106 वर्ष पूरे कर रहा है। विश्वविद्यालय के संस्थापकों एवं लोकोपकार की उनकी गौरवशाली परंपरा को एक जीवंत सम्मान स्वरूप, कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने “प्रतिदान 2022ः महामना वार्षिक निधि” नामक आर्थिक योगदान अभियान की शुरुआत की है।”
BHU को किया जाएगा विकसित
BHU के कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने कहा कि दुनिया के महानतम विश्वविद्यालयों की श्रेणी में शामिल होने की अपनी महत्वाकांक्षा को साकार करने के लिए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय को अपने पुरातन छात्रों, शुभचिंतकों और समर्थकों का उदार एवं भरपूर योगदान चाहिए। इस योगदान के लिए “प्रतिदान 2022” एक माध्यम का काम करेगा।
उन्होंने कहा कि प्रतिदान 2022 के तहत मिले योगदान से मेधावी छात्रों के लिए छात्रवृत्ति, छात्रों को ज़रूरत-आधारित वित्तीय मदद, शिक्षण में उत्कृष्टता को बढ़ावा, शोध को सक्षम बनाने व बीएचयू में शैक्षणिक तथा सह-पाठ्यचर्या गतिविधियों एवं सामुदायिक जीवन को मजबूती देने की सुविधाओं को और विकसित किया जाएगा।
इस अभियान से यह होगा
सामान्य निधि: अप्रतिबंधित कार्य के लिए प्राप्त दान का उपयोग अभिनव कार्यक्रम एवं शोध, महत्वपूर्ण संस्थागत सहयोग, छात्रों को वित्तीय सहायता एवं छात्रवृत्तियां प्रदान करने तथा अध्ययन/शोध के क्षेत्र में विशिष्ट उपलब्धियों को पुरस्कृत करने के लिए उपयोग होता है।
लक्षित दान: विद्यार्थी : वित्तीय सहायता, छात्रवृत्तियां, पाठ्येतर कार्यक्रम इत्यादि।
संकाय के सदस्य: अनुसंधान पाठ्यक्रम विकास, अध्येतावृत्तियां इत्यादि हेतु।
कार्यक्रम: वर्तमान अथवा नए कार्यक्रमों में नवाचार को सहयोग प्रदान करने हेतु।
अनुसंंधान: प्रभावशाली अनुसंंधान को सहयोग व पुरस्कृत करने हेतु।
विशिष्ट दान
किसी विशिष्ट या बड़ी राशि का दान जैसे – संकाय चेयर/ नामित छात्रवृत्तियां/ केंद्र/ कार्यक्रम/ इत्यादि स्थापित/ प्रारंभ करने से संबंधित चर्चा के लिए [email protected] पर संपर्क करें।