Constitution Day 2021: संविधान दिवस पूरे देश में हर्ष के साथ 26 नवंबर को मनाया जाता है। यह दिन भारत के इतिहास में सबसे अहम अस्थान रखता है। 26 नवंबर 1949 वह दिन था जब भारत ने संविधान को औपचारिक तौर पर स्वीकार किया था और 26 जनवरी 1950 को लागू किया था। 251 पन्नों की ताकतवर इस किताब के मुख्य निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर हैं। यह दिन उन्हें श्रद्धाजंलि देने के प्रतीक के रूप में भी मनाया जाता है। भारत में संविधान को तैयार करने में कुल दो साल 11 महीने और 18 दिन लगे। इसका वजन 3.75 किलोग्राम है।
2015 में शुरू हुई परंपरा
संविधान दिवस मनाने की परंपरा साल 2015 से शुरू हुई थी। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाने की घोषणा की थी। तब से हर साल इसी दिन को संविधान दिवस मनाया जाता है।
मुफ्त ऑनलाइन कोर्स
संविधान को आज की मॉर्डन युवा पीढ़ी जान सके, सीख सके, और सके इस बात को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने ऑनलाइन संविधान कोर्स लॉन्च किया है। यह पूरी तरह से मुफ्त है और सब के लिए खुला है।
कानून मंत्री ने गुरुवार को नई दिल्ली में Dr Ambedkar International Centre (DAIC) में ऑनलाइन संविधान कोर्स को लॉन्च किया। राष्ट्रीय कानूनी अध्ययन और अनुसंधान अकादमी (एनएएलएसएआर), विधि विश्वविद्यालय के सहयोग से भारतीय संविधान पर एक ऑनलाइन पाठ्यक्रम का शुभारंभ किया।
संविधान कोर्स के लिए कोई पैसा नहीं देना होगा। यह पूरी तरह से मुफ्त है। यदि कोई व्यक्ति कोर्स के बाद प्रशंसा प्रमाणपत्र या योग्यता प्रमाणपत्र पाने की चाहत रखता है, उनके लिए एक आधिकारिक बयान के अनुसार, 100 रुपये का टोकन शुल्क जमा करना होगा।
लिंक – ऑनलाइन कोर्स वेबसाइट legalaffairs.nalsar.ac.in पर उपलब्ध होगा।
बता दें कि सरकार द्वारा मुहैया कराया जा रहा यह ऑनलाइन मुफ्त संविधान कोर्स आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम का हिस्सा है। आजादी के 75 साल होने की खुशी पर यह कार्यक्रम देशभर में किया जा रहा है।
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