BPSC Paper Leak: बीपीएससी की पीटी परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होने के बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया है। परीक्षा रद्द होते ही छात्रों ने इसकी जांच करने की मांग की जिसको संज्ञान में लेते हुए डीजीपी ने मामले की जांच करने के लिए एक नई टीम का गठन किया है। इस बात की जानकारी संयुक्त सचिव सह परीक्षा नियंत्रक अमरेन्द्र कुमार ने दी है।

BPSC Paper Leak: 5 लाख से अधिक छात्रों तक पहुंच गया था प्रश्न पत्र
बताया जा रहा है कि 67वीं बीपीएससी की परीक्षा 8 मई को दोपहर 12 बजे शुरू होने वाली थी। लेकिन 11.40 पर परीक्षा का प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जिसके बाद परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों ने ही इस बात का दावा किया कि वायरल प्रश्न पत्र में पूछे गए प्रश्न परीक्षा के प्रश्न पत्र से मेल खा रहे हैं। बिहार के 1,083 केन्द्रों पर 75 प्रतिशत छात्र उपस्थित थे और वहीं परीक्षा के इस वायरल प्रश्न पत्र को लगभग 5 लाख 18 हजार छात्रों ने डाउनलोड किया था।

BPSC Paper Leak: 3 घंटे में टीम ने पेश की रिपोर्ट
पेपर लीक की खबर मिलते ही बीपीएससी ने जांच के लिए एक टीम का गठन किया, इस टीम को 24 घंटे में रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया गया था। जांच टीम ने मात्र 3 घंटे के अंदर ही मामले की रिपोर्ट आयोग के अध्यक्ष को सौंप दी। इस जांच में पेपर लीक की बात को सही पाया गया है।
बीपीएससी पीटी के प्रश्न पत्र वायरल मामले की जांच के लिए एडीजी ईओयू नैयर हसनैन खां की अध्यक्षता में टीम गठित की गई है। डीजीपी एसके सिंघल ने रविवार की रात पुलिस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जांच टीम में साइबर और साइबर फोरेंसिक के एक्सपर्ट शामिल किए गए हैं।

BPSC Paper Leak: इस मामले को लेकर राजनीति भी शुरू हो चुकी है। बिहार विधानसभा में नेता और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा, “बिहार के करोड़ों युवाओं का जीवन बर्बाद करने वाले बिहार लोक सेवा आयोग का नाम बदलकर “बिहार लोक पेपर लीक आयोग” कर देना चाहिए।
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