दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे देश में देव दीपावली मनाई जा रही है। इसके साथ ही कार्तिक मास की पूर्णिमा के अवसर पर साल का अंतिम चंद्रग्रहण भी सोमवार को ही लगेगा। इस बार का चंद्रग्रहण उपछाया है इसलिए इसका कोई सूतक काल नहीं होगा। खास बात ये है कि ग्रहण से कोई फर्क नहीं पड़ेगा आप कोई भी धार्मिक और मांगलिक काम कर सकते हैं। शहर के मंदिरों में इस दिन देव भगवान विष्णु के योग निद्रा से जागने की खुशी में दीप जलाए जाएंगे।
एक मंदिर के पुजारी के अनुसार इस बार साल का आखिरी चंद्र ग्रहण भी सोमवार को लगने जा रहा है। इस बार लग रहे उपछाया ग्रहण से सूतक का कोई प्रभाव नहीं होगा। भारत में यह चंद्र ग्रहण दिखाई नहीं देगा। आम दिनों की तरह दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे देश में मंदिर और अन्य धार्मिक स्थल खुले रहेंगे। इसके साथ ही कोरोना वायरस संक्रमण के नियमों का पालन करते हुए सभी धार्मिक कार्यक्रम जारी रहेंगे।
चंद्रग्रहण का समय
चंद्र ग्रहण की शुरुआत: 30 नवंबर 2020 की दोपहर 1:04 बजे।
मध्यकाल: 30 नवंबर 2020 की दोपहर 3:13 बजे।
ग्रहण की समाप्ति : 30 नवंबर 2020 की शाम 5:22 बजे।
ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, साल के अंतिम चंद्र ग्रहण की यह खगोलीय घटना सोमवार दोपहर 1 बजकर 4 मिनट से शुरू होकर शाम 5 बजकर 22 मिनट तक चलेगी। साल का अंतिम चंद्रग्रहण कुल मिलाकर 4 घंटे 18 मिनट और 11 सेकंड तक रहेगा। ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि सोमवार को लगने वाला यह चंद्रग्रहण दोपहर 3:13 मिनट पर अपने चरम पर होगा। यह चंद्रग्रहण अमेरिका, प्रशांत महासागर, एशिया और आस्ट्रेलिया में तो दिखाई देगा, लेकिन भारत में यह नहीं दिखेगा। दिल्ली-एनसीआर के लोग भी यह चंद्र ग्रहण नहीं देख पाएंगे।