Tesla Entry in India: एलन मस्क की इलेक्ट्रिक व्हीकल मैन्यूफैक्चरर कंपनी टेस्ला की लंबे समय से भारत में एंट्री के लिए लगातार कोशिशें जारी है। हालांकि, केंद्र सरकार के कड़े रुख और शर्तों के चलते कंपनी अपनी प्लानिंग को परवान नहीं चढ़ा सकी है। अब खबर सामने आई है कि टेस्ला एक बार फिर भारतीय बाजार में एंट्री को लेकर भारत सरकार से चर्चा कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार, जुलाई के आखिर में टेस्ला के प्रतिनिधि केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से टेस्ला के मैनेजमेंट से मिलने की संभवना है। इस बैठक में फैक्टरी, निवेश, सप्लाई चेन को लेकर चर्चा होगी। माना जा रहा है कि भारतीय बाजार के मुताबिक टेस्ला की कारों और उसके प्रोडक्शन को लेकर सहमति की संभावना इस मीटिंग में बन सकती है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, टेस्ला की भारत में एक फैक्ट्री लगाने और इसमें 24,000 कारें बनाने की योजना है। इसी सिलसिले में कंपनी का मैनेजमेंट भारत में आकर वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल के साथ चर्चा करेगाय़
Tesla की ईवी भारत में 25 फीसदी होगी सस्ती
हालांकि, यह भी बताया जा रहा है कि टेस्ला जिन 24,000 ईवी का निर्माण भारत में करने की प्लानिंग कर रही है, उन कारों की कीमत इसकी सबसे कम कीमत के मुकाबले भी 25 फीसदी सस्ती होगी। दरअसल, केंद्र सरकार की ओर से टेस्ला को कहा गया था कि वो भारत में आकर लोकल स्तर पर अपनी ईवी का निर्माण करें लेकिन, इस बीच टेस्ला की मांग थी कि इसकी कारों को बाहर से आयात करने पर केंद्र सरकार इंपोर्ट टैक्स घटाए जिस पर किसी तरह की सहमति देने से सरकार ने इंकार कर दिया था। अब एक बार फिर कंपनी की कोशिश है कि जुलाई के आखिर में होने वाली ये मीटिंग इसी दिशा में कदम आगे बढ़ाए।
Tesla को लेकर एलन मस्क ने PM Modi के साथ की थी मुलाकात
हाल ही में अमेरिका के दौरे पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने बड़ी बात कही थी। उनके मुताबिक टेस्ला भारत में बड़े इन्वेस्टमेंट पर विचार कर रही है। साथ ही ये खबर भी आई थी कि दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी के मालिक एलन मस्क भी 2024 में भारत की यात्रा पर आ सकते हैं।
Tesla की फैक्ट्री को लेकर भारत मेें याजना
टेस्ला भारत में लो-कॉस्ट इलेक्ट्रिक व्हीकल (EVs) को लोकल स्तर पर बनाने और एक्सपोर्ट करने के लिए एक फैक्ट्री लगाने की योजना पर काम कर रही है। कंपनी ने इस फैक्ट्री में नए व्हीकल बनाए जाने का संकेत भी दिया है।
Tesla को भारत में शुरू करने से पहले आ रही है ये चुनौतियां
गौरतलब है कि टेस्ला चाहती है कि इसके इम्पोर्ट की जाने वाली गाड़ियों और पार्ट्स पर टैक्स ड्यूटी को कम कर दिया जाए। जबकि सरकारी अधिकारी पहले ही ये साफ कर चुके हैं कि, इलेक्ट्रिक कार मैन्यूफैक्चरर को मुनाफे पर विचार करने से पहले भारत में उत्पादन शुरू कर देना चाहिए।
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