Coal News: कोल इंडिया की ओर से आयोजित कोयला वेतन समझौता में कई बातों पर चर्चा हुई। इस दौरान ये बताया गया कि पिछले 4 वर्षों से इसके दामों में बढ़ोतरी नहीं हुई है।बदलते माहौल, कोयले की बढ़ती मांग, कोयला कर्मचारियों के वेतन एवं अन्य लागतों को ध्यान में रखते हुए इसके दामों में इजाफा होने की संभावना है। कोयला विभाग पर इस लागत का अतिरिक्त भार पड़ रहा है।
लिहाजा कोल इंडिया सभी स्टेक होल्डर के साथ इस बाबत विचार-विमर्श कर रही है, ताकि कोयले की कीमत संशोधित की जा सके। दरअसल डीजल और एक्सप्लोसिव की कीमत में हुई बढ़ोतरी के कारण कोयल के उत्पादन और लागत पर असर पड़ा है। पूरे देशभर में कोयले की कुल जरूरत का 80 फीसदी आपूर्ति कोल इंडिया करती है।
Coal News: बढ़ाना होगा कोयले का उत्पादन
कोल इंडिया के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2022 में देश की 1490.277 बिलियन यूनिट बिजली उत्पादन में से कोयला आधारित उत्पादन करीब 69.9 फीसदी है। इसमें पिछले वर्ष की तुलना में करीब 9.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।इसके साथ माइन डेवलपमेंट ऑपरेटर की सहभागीदारी के माध्यम से 14 खानों के संचालन की योजना भी पाइपलाइन में है। इसके जरिये प्रतिवर्ष 165.58 मिलियन टन की क्षमता करने का प्रस्ताव है।
संबंधित खबरें