5G Auction: देश में 5G स्पेक्ट्रम की आज नीलामी शुरू हो गई है। एक लंबे इंतजार के बाद आज से ये प्रक्रिया शुरू हो गई है। अब जल्द ही देश में 5G नेटवर्क की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। इससे आपको न सिर्फ बेहतर इंटरनेट स्पीड मिलेगी, बल्कि कॉल और कनेक्टिविटी भी अच्छी होगी। इस नीलामी में कई बड़ी- बड़ी कंपनियां हिस्सा ले रही हैं। 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। देश के नामी उद्योगपति मुकेश अंबानी और गौतम अडानी की कंपनियां भी इसमें बोली लगा रही हैं।
वहीं, टेलीकॉम इंडस्ट्री का भविष्य भी इस स्पेक्ट्रम नीलामी के बाद साफ हो जाएगा। इस नीलामी में Jio और Airtel ने काफी ज्यादा पैसे लगाए हैं। इस नीलामी के बारे में कई ऐसी दिलचस्प चीजें है जिसे जानने कि लोगों में उत्सुकता है। आइए जानते हैं स्पेक्ट्रम नीलामी से जुड़ी कुछ खास बातें….

5G Auction: 5G नेटवर्क के आने से क्या- क्या बदलेगा
5G यानी टेलीकॉम नेटवर्क की नई जनरेशन बहुत जल्द लोगों के यूज में आने लगेगी। इसमें आपको फास्ट इंटरनेट स्पीड मिलेगी। इसके यूजर्स को बेहतर कॉल और कनेक्टिविटी भी मिलेगी। कॉल ड्रॉप जैसी दिक्कतें कम होंगी।
नीलामी में कौन- कौन ले रहा भागीदारी
गौरतलब है कि, इस नीलामी में चार लोकल कंपनियां भाग ले रही हैं। इनमें तीन कंपनियां Jio, Vi, और Airtel नीलामी की रेस में शामिल हैं। वहीं चौथी कंपनी उद्योगपति गौतम अडानी की है। गौतम अडानी की कंपनी अडानी डेटा नेटवर्क्स भी इसमें शामिल हुई है।

रिलायंस जियो इस नीलामी में सबसे बड़े प्लेयर के रूप में सामने आई हैं। कंपनी ने 140 अरब रुपये डिपॉडिट किए हैं। दूसरी तरफ भारती एयरटेल 55 अरब रुपये, वोडाफोन और आइडिया ने 22 अरब रुपये इसमें डिपॉजिट किए हैं। अडानी डेटा नेटवर्क ने 1 अरब रुपये इस निलामी में डिपॉजिट किए हैं।
कितनी गीगाहर्ट्ज की होगी नीलामी
सरकार ने बीस साल के लिए 72GHz की एयरवेव्स के 10 बैंड्स के लिए नीलामी शुरू की है। इसमें चार कंपनियों ने हिस्सा लिया है। सरकार ने बेस प्राइस 4.3 लाख करोड़ रुपये रखा है।
5G ऑक्शन में लो-बैंड एयरवेव्स (600 MHz, 700 MHz, 800 MHz, 900 MHz, 1800 MHz, 2100 MHz, 2300, 2500 MHz) मिड बैंड या फिर C- बैंड (3.3- 3.67Ghz) और हाई बैंड के लिए बोली लगेगी।
टेलीकॉम सेक्टर में पहली बार अडानी की होगी हिस्सेदारी?

टेलीकॉम सेक्टर में पहली बार ऐसा होने जा रहा है कि गौतम अडानी की एंट्री हो रही है। अडानी की कंपनी ने 1 अरब रुपये लगाए हैं। अडानी की कंपनी स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल एयरपोर्ट, पोर्ट्स और लॉजिस्टिक को साइबर सिक्योरिटी देने के लिए करेगी।
कितनी मिलेगी 5G में स्पीड और क्या होगी इसकी कीमत
4G के मुकाबले 5G की बात करें तो इसमें आपको 100 गुना ज्यादा तेज स्पीड मिलेगी। जहां 4जी नेटवर्क पर यूजर्स को 100Mbps की स्पीड मिलती है, वहीं 5जी यूजर्स को 10Gbps तक की स्पीड मिलेगी।
आपको बता दें कि, अभी तक यह साफ नहीं किया गया है कि 5G प्लान्स की कीमत कितनी होगी, लेकिन इतना जरूर है कि ये सस्ता तो बिल्कुल नहीं होने वाला है। इसकी कीमत नीलामी के बाद ही साफ हो सकेगी।
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