UPA सरकार पर दूसरे कार्यकाल में भृष्टाचार के बहुत से आऱोप चस्पा हो गए थे. टूजी घोटाला कोयला घोटाला, कॉमनवेल्थ घोटाला रेलवे और कई घोटालों को लेकर पढ़ा-लिखा युवा वर्ग भरा हुआ बैठा था. इसी जनाक्रोश से 2011 में आईएसी यानि India Against Corruption अभियान शुरू हुआ और जनलोकपाल लागू करने की मांग उठी. मशहूर गांधीवादी अन्ना हज़ारे (Anna Hazare) इस आंदोलन का चेहरा बन गए. एक बार फिर देश ने गांधीवादी चेहरे पर भरोसा किया।
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