यूपी में सीएम पद के उम्मीदवार के साथ-साथ बीजेपी सरकार की चुनौतियां भी लगभग बढ़ गई है। पीएम मोदी ने चुनाव दौरान किसी सीएम चेहरे को आगे न रखकर, खुद को और अपने काम को आगे रखा था। वहीं प्रचार के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने सपा सरकार के कमियों को जनता में गिनाया था, जिस कमियों को दूर करने के साथ यूपी में अपराध और राजनीति गुंडागर्दी को जनता के दिलों दिमाग से निकालने का जिम्मा अब बीजेपी सरकार पर होगा। क्योकि 21 करोड़ के आबादी वाले राज्य में 5 करोड़ से अधिक युवा बेराजगार है। जिसे केवल सपा सरकार बेराजगारी भत्ता देती रही जबकि सरकारी विभागों में 5 लाख पद रिक्त पड़े रहे। साथ ही बीजेपी को यूके, गोवा और मणिपुर में भी अपने दायित्व को निभाना पड़ेगा। जहां पीएम ने यूके में आर्थिक हालात और घोषणाओं के पूरा करना जिम्मेदारी होगी वहीं गोवा में पर्यटन को बढ़ावा देने पर जोर होगा।
रही बात पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की तो उन्हे जल संरक्षण, भ्रष्टाचार और नशाखोरी(ड्रग्स) को लेकर सख्त कदम लेने होगें। क्योकि यह सवाल पंजाब के भविष्य और उनके आने वाले नस्ल के अस्तित्व से जुड़ा हा?
एपीएन के खास शो मुद्दा में “जनता के उम्मीदों की नई सरकार और नई सरकार की बड़ी चुनौतियां” को लेकर चर्चा की गई। इस चर्चा के दौरान स्टूडियो में विभिन्न पार्टिंयों से जुड़े खास विशेषज्ञ सुरेंद्र सिंह राजपूत (प्रवक्ता, कांग्रेस), चंद्र शेखर पांडे (प्रवक्ता, सपा) और गोविंद पंत राजू (सलाहकार संपादक, एपीएन) बतौर गेस्ट शामिल हो अपने मत को रखा। शो का संचालन एंकर अक्षय ने किया।
सुरेंद्र सिंह राजपूत ने कहा कि चुनाव परिणाम के साथ ही पार्टिंयों का आरोप प्रत्यारोप का दौर खत्म हुआ। अब हम सभी यह देखना चाहेंगे कि “जनता ने जिसे सिर माथे बैठाया है, क्या वह अपने संकल्पपत्र को पूरा करेगी या केवल जुमलेबाजी!” बीजेपी किसाने के ऋण मांफी, बिजली, रोजगार और यांत्रिक कत्लखाने पर अमल करे। हम बीजेपी को कार्य करने का पूरा समय देंगे लेकिन समय समय पर सरकार और यूपी की जनता इसका हिसाब भी लेगी। उन्होंने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ”अगर पीएम पूंजीपतियों और उद्योगपतियों के कर्ज को माफ कर सकते है तो किसानो के क्यों नहीं।“ क्या लोकतंत्र में कोई प्रोटेम स्पीकर या जूनियर MLA सांसद हो सकता है। क्या आप अपने विरोधी दल को मंत्री पद की शपत दिला सकते हैं।
चंद्र शेखर पांडे ने कहा कि सीएम अखिलेश ने अपने आखिरी के तीन सालों में सभी समस्याओं को छूआ है। चाहे वह सड़क, पानी, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ, रोजगार और लॉ एंड ऑडर हो सबपर काम किया है। बीजेपी सरकार ने ग्रामीण इलाकों में 24 घंटे बिजली देने का वादा किया है उसे पूरा करे। उन्हे जहां हमारी जरुरत पड़ेगी सपा सरकार रचनात्मक रुप से हमेशा सहयोग करेंगी।
गोविंद पंत राजू ने कहा कि चुनौतियां बेहद ज्यादा है, और इस सरकार से जितनी अपेक्षाएं जनता ने की है उतनी अन्य किसी सरकार से नहीं की है। अगर सरकार इनके अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतरती है तो जनता इसका हिसाब देने के लिए बाद में तैयार बैठी है। उन्होंने कहा कि रही बात पांच राज्यों की तो सभी नए सीएम पर दबाव होगा। गोवा में पर्रिकर पर गठबंधन का दबाव, मणिपुर में अस्पा का दबाव, पंजाब में भ्रष्टाचार का मुद्दा और यूपी एवं यूके में विकास और घोषणापत्र पूरा करने का दबाव होगा। उन्होंने कहा की सपा सरकार ने जितनी भी भर्तियां की है सब पर HC ने रोक लगाईं है। इस दौरान सरकार की प्रथम चुनौतियां पारदर्शिता की बहाली है।