30 जनवरी का दिन भारतवासियों के लिए बेहद खास है। खास इसलिए क्योंकि आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 70वीं पुण्यतिथि हैं। देश को सत्य और अहिंसा के राह पर चलाने वाले बापू की आज ही के दिन 30 जनवरी 1948 को हत्या कर दी गई थी। ऐसा कहा जाता है कि बापू के मुंह से निकले आखिर शब्द ‘हे राम’ थे इस खास मौके पर देश के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने बापू को याद करते हुए ट्विट के जरिए श्रद्धांजलि दी।
पूज्य बापू की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि. Remembering Bapu on his Punya Tithi.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 30, 2018
शहीद दिवस पर हम महात्मा गांधी और उन अनगिनत स्वतन्त्रता सेनानियों को
कृतज्ञता के साथ याद करते हैं जिन्होने हमारी आज़ादी के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया – राष्ट्रपति कोविन्द— President of India (@rashtrapatibhvn) January 30, 2018
30 जनवरी को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या से पूरे विश्व में गम का माहौल बन गया था। किसी भी व्यक्ति के लिए यकीन कर पाना आसान नहीं था, कि अब बापू हमारे बीच में नहीं रहे। जब बापू 30 जनवरी की शाम को दिल्ली के बिड़ला हाउस में प्रार्थना सभा के लिए जा रहे थे, तब नाथूराम गोडसे ने बापू को गोली मार दी थी। ऐसा कहा जाता है कि बापू के मुंह से निकले आखिर शब्द ‘हे राम’ थे।
शहीद दिवस के रूप में मनाई जाती है पुण्यतिथि
बापू को याद करते हुए हर साल 30 जनवरी के दिन को शहीद दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। शहीद दिवस पर महात्मा गांधी और उन अनगिनत स्वतन्त्रता सेनानियों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी जाती है, जिन्होंने देश की आजादी के लिए स्वयं को कुर्बान कर दिया था। बापू की पुण्यतिथि पर सभी महापुरुषों की याद में देश के कई हिस्सों में 2 मिनट का मौन भी रखा जाता है।
We bow to all those martyrs who have sacrificed themselves in service of our nation. We will always remember their courage as well as dedication towards the nation.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 30, 2018
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ऐसे मनाया जाता है शहीद दिवस
इस मौके पर हर साल राष्ट्रपति, उप-राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री और तीनों सेना के प्रमुख राजघाट स्थित महात्मा गांधी की समाधि पर जाकर बापू को श्रद्धांजलि देते हैं। बापू के सम्मान में सुरक्षा हथियारों को भी नीचे की ओर कर दिया जाता हैं। इस दौरान सर्वधर्म के लोग प्रार्थना सभा का भी आयोजन करते हैं।