जम्मू कश्मीर (Jammu and Kashmir) की पूर्व मुख्यमंत्री Mehbooba Mufti ने एक विवादित बयान दिया है। एक सभा में बोलते हुए उन्होने हमारी देश की सेना और आतंकवादियों को एक समान बता दिया।
कुछ लोगों को संबोधित करते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा, ” हम आतंकवादियों की गोलियों से मरने वालों के परिजनों से मिलते हैं। हाल ही में सीआरपीएफ ने गूजर समुदाय के एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी थी। हम उसके परिवार से मिलने गए थे लेकिन घर में ताला लगा था। ये कैसा सिस्टम है इनका, कोई हमारे मुल्क की गोली से मारे वो थीक है, मिलिटेंट की गोली से मारे वो गलत। ”
महबूबा मुफ्ती का बयान ऐसे समय में आया जब पिछले कुछ दिनों से आतंकियो के द्वारा गैर मुस्लिमों की लगातार हत्या की जा रही है। उन्होंने इस महीने में ही 7 नागरिकों की हत्या की है। हाल ही में आतंकियो ने स्कूल के प्रिंसिपल और टीचर की गोली मारकर हत्या की है। इसमें से एक मृतक कश्मीरी पंडित (Kashmiri Pandit) और एक महिला सिख (Sikh) थी। कश्मीरी पंडितों ने भी जम्मू के मुठी इलाके में कश्मीर में नागरिकों की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन किया था और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की मांग की थी।
सुबह भी दिया था बेतुका बयान
2 अक्टूबर को NCB की क्रूज पर छापे मारी में गिरफ्तार आर्यन खान के समर्थन में जम्मू कश्मीर (Jammu and Kashmir) की पूर्व मुख्यमंत्री Mehbooba Mufti ने बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि जांच एजेंसियां आर्यन खान के खिलाफ सख्त कार्रवाई इसलिए कर रही है क्योंकि वह मुसलमान हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने Tweet किेया था, ” चार किसानों की हत्या के आरोपी केंद्रीय मंत्री के बेटे की जांच करने के बजाय, केंद्रीय एजेंसियां 23 साल की उम्र के बच्चे के पीछे सिर्फ इसलिए हैं क्योंकि उसका उपनाम खान है। न्याय की विडंबना है कि मुसलमानों को भाजपा के मूल वोट बैंक की दुखद इच्छाओं को पूरा करने के लिए Target किया जाता है। ”
यह भी पढ़ें : Mehbooba Mufti का Narendra Modi पर वार, कहा – सरदार खालिस्तानी , कश्मीरी पाकिस्तानी और सिर्फ बीजेपी ही हिंदुस्तानी है