CJI on Independence Day 2023:15 अगस्त के मौके पर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट परिसर में स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन किया गया। भारत के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने ध्वजारोहण कर सभी को शुभकामनाएं दीं।इस मौके पर बड़ी संख्या में सुप्रीम कोर्ट के जज, वकील समेत कई लोग मौजूद थे।इस अवसर पर सुप्रीम कोर्ट के अन्य जजों के अलावा कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल समेत SCBA के अध्यक्ष आदेश अग्रवाल और उपाध्यक्ष समेत सभी एससीबीए मेंबर मौजूद रहे।
इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा ये काल आजादी के अमृत महोत्सव का है। हम अब तक कैसे चले?हमें मंजिल मिली या नहीं मिली यह अलग बात है, लेकिन 2047 तक कहां पहुंचेंगे, इसके लिए प्रधानमंत्री ने आज लाल किले से जरुर तय कर दिया है।इस मौके पर सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि देश में संवैधानिक लोकतंत्र के विकास में मीडिया, नौकरशाही, राजनीतिक दल, स्वयंसेवी संगठनों जैसी संस्थाओं की भी महत्वपूर्ण भूमिका है।
CJI on Independence Day 2023: कानून मंत्री ने हिंदी भाषा के प्रचार पर किया फोकस
CJI on Independence Day 2023: इस मौके पर कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि मैंने जो अध्यन किया उससे मैंने समझा कि राष्ट्र के लिए 5 चीजें बेहद अहम हैं-1- भू भाग 2- सम्प्रभुता 3- झंडा 4- मुद्रा 5- भाषा। इससे ही एक मजबूत राष्ट्र का निर्माण होता है।भाषा पर CJI के द्वारा हिंदी को प्रमोट करने पर कहा कि वो आजकल हिंदी को प्रमोट कर रहे हैं।उन्होनें कहा मैग्नाकार्टा के सेक्शन 35 मे लिखा गया था कि आने वाले समय मे रूल ऑफ लॉ होगा रूल ऑफ मैन नहीं होगा। हमारे देश मे डेमोक्रेसी बहुत पहले से है।महात्मा बुद्ध के समय भी थी।अर्जुन राम मेघवाल ने जहां डाल डाल पर सोने की चिडिय़ा करती है बसेरा वो भारत देश है मेरा गाकर अपना भाषण समाप्त किया।कहा कि, हमारे यहां जो नई संहिताएं आ रही हैं। जिसे गृह मंत्री ने संसद में पेश किया है उसे आने वाले समय में एक बड़ा सुधार होगा।
CJI on Independence Day 2023: तिरंगा वर्तमान में बने रहने की इच्छाशक्ति देता है
CJI on Independence Day 2023: इस अवसर पर सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा 77 साल बाद आज भी हमारा तिरंगा स्वतंत्रता और समानता की हवा में लहरा रहा है। कई बार हवा रुक जाती है या क्षितिज पर तूफान आ जाता है, लेकिन हमारा झंडा हमें अतीत के सामूहिक गौरव की याद दिलाता है। हमें वर्तमान में बने रहने की इच्छाशक्ति देता है।
सीजेआई ने कहा देश में संवैधानिक लोकतंत्र के विकास में मीडिया, नौकरशाही, राजनीतिक दल, स्वयंसेवी संगठनों जैसी संस्थाओं की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। अगर हम देखें तो झंडा हमारी सामूहिक विरासत के प्रतीक के रूप में कार्य करता है।
CJI ने कहा सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में आपके सामने खड़ा होना मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है क्योंकि मैं यहां एक जूनियर के रूप में जजों, अटॉर्नी जनरल को सुनने के लिए आता था।
सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने ये भी कहा कि हमारे संस्थापक नेताओं ने राष्ट्रीय प्राथमिकताएं तय कीं, सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक बदलाव लाने के लिए संस्थागत तंत्र की कल्पना की। जिनके आधर पर हमारा लोकतांत्र जीवित है।
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