कांग्रेस पार्टी ने शनिवार को छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के मुख्यमंत्री Bhupesh Baghel को उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) का वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया है।
भूपेश बघेल ने एक ट्वीट में कहा, ” माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) जी ने मुझे उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पर्यवेक्षक बनने का निर्देश दिया है। बड़ी ज़िम्मेदारी है। पूरा प्रयास रहेगा कि शीर्ष नेतृत्व की उम्मीदों पर खरा उतर सकूं। परिवर्तन का संकल्प, कांग्रेस ही विकल्प। “
भूपेश बघेल को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पर्यवेक्षक बनाना सत्ता परिवर्तन की अटकलों और अनुमानों को और तेजी दे रहा है। इस फैसले से यही जाहिर हो रहा कि टीएस सिंहदेव के गुट की बात मानते हुए आलाकमान उन्हें मुख्यमंत्री बनाने के लिए तैयार है और भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ेंगा।
छत्तीसगढ़ में राजनीतिक उठा पटक जारी है। टीएस सिंहदेव का गुट उन्हें मुख्यमंत्री बनाने के लिए अड़ा है क्योंकि जून में मुख्यमंत्री के रूप में बघेल ने अपने ढाई साल पूरे कर लिए और उसके बाद से टीएस सिंहदेव के खेमे के द्वारा छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री बदलने की मांग की जा रही है। टीएस सिंहदेव के समर्थक विधायकों ने दावा किया है कि 2018 में वो ढाई-ढाई साल के Formule के तहत भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री बनाने के लिए सहमत हुए थे।
कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनाव से पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) को पश्चिमी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया था जहां कांग्रेस सभी सीटों पर हार गई थी। जिसके बाद सिंधिया कई विधायकों के साथ मार्च 2020 में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हो गए थे और उस समय की मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार गिर गई थी।
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