बिहार विधानसभा की दो सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव को लेकर महागठबंधन में विवाद देखने को मिल रहा। राजद दोनों ही सीटों पर दावा कर रही है। वहीं कांग्रेस पार्टी की तरफ से कुशेश्वरस्थान (kusheshwarsthan) सीट को अपनी परंपरागत सीट बताते हुए दावा किया जा रहा है। बताते चलें कि जदयू के दो विधायकों के निधन के बाद तारापुर (Tarapur) और कुशेश्वरस्थान सीट पर उपचुनाव होने वाले हैं। वहीं एनडीए की तरफ से जदयू ने अपने दोनों उम्मीदवार के नामों की घोषणा कर दी है।
कांग्रेस नेता अखिलेश सिंह और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने शनिवार को कहा कि कुशेश्वरस्थान सीट से पार्टी अपना उम्मीदवार उतारेगी। जल्द ही पार्टी आलाकमान उम्मीदवार की घोषणा करेगी। यह सीट पार्टी की परंपरागत सीट रही है। 2020 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने अपना उम्मीदवार दिया था। पार्टी प्रवक्ता आनंद माधव ने भी कहा की पार्टी ने 2020 में अच्छा प्रदर्शन किया था।
राजद दोनों सीटों पर चाहती है अपना उम्मीदवार
राजद की तरफ से दोनों ही सीटों पर प्रत्याशी देने की तैयारी है। पार्टी नेता श्याम रजक ने पहले ही दावा किया था कि कौन क्या कह रहा है ये महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि सबसे बड़ी जरूरत एनडीए को हराने की है। हालांकि दोनों ही दलों के नेतृत्व की तरफ से अब तक इस मुद्दे पर कुछ भी नहीं कहा गया है।
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का कमजोर रहा था प्रदर्शन
पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी का प्रदर्शन अन्य गठबंधन सहयोगियों की तुलना में कमजोर रहा था। राजद और वामपंथी दलों को जहा राज्य में अच्छी सफलता मिली थी वहीं कांग्रेस के अधिकतर उम्मीदवार चुनाव हार गए थे। चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस की इस बात को लेकर काफी आलोचना भी हुई थी।
जदयू ने घोषित किए उम्मीदवारों के नाम
दोनों ही सीटों पर 2020 के चुनाव में जदयू के उम्मीदवार को जीत मिली थी। हालाकि बाद में जदयू के विधायक मेवालाल चौधरी और शशिभूषण हजारीकी मौत हो गयी थी। जिस कारण से इन दोनों ही सीटो पर उपचुनाव होने वाले हैं। एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर कोई विवाद नहीं देखने को मिल रहा है। पार्टी की तरफ से तारापुर से राजीव कुमारऔर कुशेश्वरस्थान से अमन भूषण हजारी को उम्मीदवार बनाया गया है।