Sensex Today : शेयर बाजार (Share Market) में शुक्रवार से लगातार तेजी देखी जा रही है, बीएसई सेंसेक्स (Sensex) 60 हजार अंकों की ऊंचाई पर पहुंच गया है। सेंसेक्स तेजी से बढ़ रहा है, माना जा रहा है कि यह एक लाख अंक के स्तर को भी पार कर सकता है। बाजार के जानकारों का कहना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) पर घरेलू और विदेशी निवेशकों (Foreign Investors) का भरोसा बढ़ा है और कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के दौरान छोटे निवेशकों (Small Investors) की भी शेयर बाजार में रूची जगी है।
HDFC Bank, Infosys और Asian Paints ने शुक्रवार को अच्छा प्रदर्शन किया और ऐतिहासिक स्तर को पार कर गया। सेंसेक्स के शेयरों में करीब 4 प्रतिशत की तेजी के साथ सर्वाधिक लाभ में एशियन पेंट्स रहा। इसके अलावा Mahindra & Mahindra, HCL Tech, HDFC Bank, Bharti Airtel, Maruti और Infosys में भी प्रमुख रूप से तेजी रही।
वहीं Tata Steel, SBI, Axis Bank, ITC, NTPC और Bajaj Finance के शेयरों में गिरावट देखी गई। एक्सपर्ट्स का कहना है कि घरेलू संस्थागत निवेशकों से समर्थन मिला, जिसके कारण बाजार में तेजी देखी गई। Foreign Institutional Investor Market को आगे बढ़ा रहे हैं और आने वाले महीनों में कंपनियों के तिमाही परिणाम भी बाजार को गति देंगे।
इस साल सेंसेक्स ने इन मौकों पर रिकॉर्ड तोड़ा
21 जनवरी,2021 को 50,000 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा
5 फरवरी,2021 को 51,000 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा
15 फरवरी,2021 को 52,000 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा
22 जून, 2021 को 53,000 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा
4 अगस्त, 2021 को 54,000 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा
13 अगस्त, 2021 को 55,000 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा
18 अगस्त, 2021 को 56,000 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा
31 अगस्त, 2021 को 57,000 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा
03 सितंबर, 2021 को 58,000 के पार पहली बार पहुंचा सेंसेक्स
24 सितंबर 2021 60,000 के पार पहली बार पहुंचा सेंसेक्स
IPO में इस कारण से है तेजी
पिछले कुछ समय से भारतीय बाजारों में आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिए धन जुटाने में तेजी देखी जा रही है। पिछले 18 महीनों मे प्रौद्योगिकी कंपनियों ने आईपीओ के जरिए लगभग 15,000 करोड़ रुपये की राशि जुटाई है, जबकि लगभग 30,000 करोड़ रुपये और जुटाने की योजना है। चालू वित्त वर्ष में अब तक आईपीओ के जरिए जुटाई गई धनराशि पूरे वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान जुटाई गई राशि के बराबर है, जो 46,000 करोड़ रुपये थी।
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